अंडाल.
इसीएल के काजोरा क्षेत्र अंतर्गत खासकाजोरा कोलियरी एजेंट कार्यालय के समक्ष एक व्यक्ति ने नौकरी देने की मांग को लेकर अपनी पत्नी के साथ भूख हड़ताल शुरु की है. गौरतलब है कि ड्यूटी के दौरान वर्ष 2016 में इसीएल कर्मी भीमलाल महतो (55) को खदान के अंदर काम करने के दौरान रूफ बोल्ट से एक आंख में चोट लगी थी. जिसके कारण उनकी एक आंख नष्ट हो गयी एवं दूसरी आंख 85 परसेंट खराब हो चुकी थी. प्रबंधन द्वारा उनका इलाज कराया गया जिसके कारण उन्हें विभिन्न अस्पतालों का चक्कर काटना पड़ा. बाद में प्रबंधन ने हर महीने मेनटेनेंस खर्च देना शुरु किया. पिछले कुछ महीनों से मेनटेनेंस खर्च देना बंद कर दिया गया. मेडिकल टीम ने उन्हें ड्यूटी के लिए अनफिट कर दिया था. इसके बाद प्रबंधन द्वारा उनके आश्रित को नौकरी नहीं दी गयी. श्री महतो का कहना था कि प्रबंधन कार्यालय का चक्कर काटते काटते वह थक गये. फिर भी प्रबंधन ने उनकी एक न सुनी. उसके बाद वह हाइकोर्ट गये. कोर्ट में सुनवाई होने के बाद अदालत ने इसीएल प्रबंधन को श्रमिक को आश्रित को नौकरी देने की बात कही. उसके बाद भी प्रबंधन ने परिवार के किसी सदस्य को नौकरी नहीं दी. बाध्य होकर अनशन का रास्ता अपनाना पड़ा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है