इशाकचक स्थित काली मंदिर के समीप रहने वाले संतोष कुमार उर्फ पिंटू के 11 वर्षीय बेटे रक्षित वर्मा की मौत के बाद पूरे मोहल्ले में मातम पसर गया. जैसे ही बच्चे का शव मोहल्ले में पहुंचा तो वहां भीड़ जमा हो गयी. बच्चे की मां ब्यूटी का रो रो कर बुरा हाल था. वहीं घर की अन्य महिलाएं भी दहाड़ मार कर रो रही थी. स्थानीय लोगाें ने बताया कि मृतक के पिता संतोष भागलपुर में वेल्डिंग कारखाना चलाते हैं. उन्हें दो बेटे थे. जिसमें रक्षित बड़ा था और वह सेंट टेरेसा स्कूल में छठी कक्षा का छात्र है. जबकि छोटे बेटे के एडमिशन को लेकर वह गुरुवार को सेंट जोसेफ स्कूल इंटरव्यू के लिए अपनी पत्नी के साथ गये थे. सीसीटीवी फुटेज से की जायेगी दुर्घटना को अंजाम देने वाले कार की पहचान
लोदीपुर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर घनश्याम कुमार ने बताया कि सजौर पुलिस ने घायलों को उठाकर अस्तपाल पहुंचाया था और उन्हें भी घटना की जानकारी दी थी. उन्होंने बताया कि परिजन बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराने को तैयार नहीं है. इस संबंध में वरीय अधिकारियों से निर्देश प्राप्त कर उचित कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि बाइपास सहित स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की मदद से दुर्घटना को अंजाम देने वाले वाहन की पहचान की जायेगी.
वारंटों के निष्पादन में लायें तेजी : डीआइजी
भागलपुर. वारंटों के निष्पादन के लिए भागलपुर सहित बांका और नवगछिया पुलिस जिला में जल्द ही विशेष अभियान शुरू किया जायेगा. इसके अलावा कोर्ट की ओर से जारी आदेशों का ससमय अनुपालन कराने को लेकर भी भागलपुर के नये रेंज डीआइजी विवेक कुमार गंभीर हैं. उन्होंने बताया कि भागलपुर सहित बांका और नवगछिया पुलिस जिला के एसएसपी/एसपी से इन बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी है. और उन्हें निर्देशित किया गया है कि आगामी 30 दिसंबर तक लंबित वारंट जिसमें जमानती, गैर जमानती, इश्तेहार और कुर्की जैसे आदेशों का जल्द से जल्द तामिला कर इसकी रिपोर्ट डीआइजी कार्यालय को सौंपें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है