Khagaria news : रेलवे ने वाहनों के पार्किंग व स्टेकिंग के लिए स्टेशन के पूर्वी भाग में खाली पड़ी 1250 वर्गमीटर जमीन ठेके पर दी है. पर, निर्धारित क्षेत्रफल की सीमा लांघते हुए ठेकेदार ने करीब 2000 वर्गमीटर में बाजार लगवा कर दुकानदारों से हजारों रुपये रोज वसूल रहा है.
अतिक्रमण अविलंब हटाने का निर्देश
इकरारनामा को ताक पर रख कर ठेकेदार द्वारा अतिक्रमण की गयी जमीन पर कुर्सी व शेड डाल कर दुकानों को भाड़े पर लगाने का खुलासा होने के बाद रेल प्रशासन ने निर्धारित क्षेत्रफल से ज्यादा अतिक्रमण की गयी जमीन को अविलंब खाली करने का आदेश ठेकेदार को दिया है. रेलवे ने करीब 66 लाख रुपये में तीन साल के लिए 1250 वर्गमीटर जमीन पर पार्किंग व स्टेकिंग के लिए करार किया है. पार्किंग व स्टेकिंग बनाने का मुख्य उद्देश्य यह था कि बाजार में जहां-तहां वाहनों का खड़ा कर खरीदारी के कारण हर वक्त जाम की स्थिति रहती है. इससे निजात दिलाने के लिए रेलवे ने खगड़िया रेलवे स्टेशन के पूर्वी भाग में खाली पड़ी 1250 वर्गमीटर जमीन तीन साल के लिए ठेके पर दी है. इसका ठेका कुंदन कुमार को मिला है. इस जमीन पर ठेकेदार को वाहनों की पार्किंग के साथ-साथ स्टेकिंग करना है. धरातल पर स्थिति यह है कि लगभग पूरी जमीन फुटकर दुकानदारों को आवंटित कर दी गयी है.सैकड़ों दुकानदार यहां बाजार लगा रहे हैं. ऐसे में वाहन पार्किंग कर बाजार को जाम से निजात दिलाने का उद्देश्य कैसे पूरा होगा.
रास्ते पर लग रहा बाजार, नहीं हो रही वाहनों की पार्किंग
बघवा चौक स्थित बजरंगबली मंदिर से एफओबी तक 25 फीट चौड़े रास्ते पर दुकान लगने के कारण यह पांच फीट से कम चौड़ी रह गयी है. लिहाजा, यहां से होकर पार्किंग स्टैंड तक वाहनों का पहुंचना मुश्किल है. इससे वाहनों की पार्किंग नहीं हो पा रही है. मंगलवार को जमीन का सीमांकन करने पहुंची रेल अधिकारियों की टीम ने रास्ते पर बाजार लगाये बैठे दुकानदारों को अविलंब जगह खाली करने का आदेश दिया. इधर, रेल अधिकारी ने इकरारनामा में निर्धारित क्षेत्रफल से ज्यादा अतिक्रमण कर बनायी गयी कुर्सी पर डाले गये शेड को तुरंत हटाने को कहा है. करीब 40 वर्गमीटर में रेलवे की जमीन अतिक्रमण कर बाजार लगाया जा रहा है. रेल अधिकारियों के रेलवे की जमीन पर से अतिक्रमण हटाने का निर्देश का असर न बुधवार को देखने को मिला और न ही गुरुवार को. अभी तक बाजार लगा हुआ है. बहरहाल, ठेकेदार की मनमानी से वाहनों की पार्किंग कर मुख्य बाजार को जाम से निजात का उद्देश्य पूरा होता नहीं दिख रहा है.
एकरारनामे के अनुसार ही काम करना होगा : डीआरएम
डीआरएम सोनपुर विवेक भूषण सूद ने कहा कि पूर्वी भाग में खाली पड़ी जमीन (1250 वर्गमीटर) पर पार्किंग व स्टेकिंग के लिए तीन वर्षों का इकरारनामा किया गया है. यहां बाजार में आनेवाले वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गयी है. साथ ही स्टेकिंग में इस जमीन का उपयोग किया जायेगा. निर्धारित क्षेत्रफल में ही रेलवे से किये गये एकरारनामा के अनुसार ठेकेदार को काम करना होगा. इसमें कोताही पर जांच कर कार्रवाई में कोई देरी नहीं होगी.
सीमांकन कर अतिक्रमण हटाने का निर्देश : आइओडब्ल्यू
आइओडब्लू चंदन चौरसिया ने कहा क पार्किंग व स्टेकिंग के लिए दी गयी रेलवे की जमीन का सीमांकन किया गया. निर्धारित क्षेत्रफल 1250 वर्गमीटर जमीन का सीमांकन किया गया. जांच के दौरान निर्धारित क्षेत्रफल से ज्यादा जमीन पर किये गये अतिक्रमण को हटाने का निर्देश ठेकेदार को दिया गया है. साथ ही राजेन्द्र (बघवा) चौक से फुटओवर ब्रिज तक 25 फीट चौड़े रास्ते बनाये गये हैं. इसी होकर पार्किंग के लिए वाहनों का आना जाना होगा. इससे बाजार में जहां तहां वाहनों की पार्किंग के कारण लगने वाले जाम से निजात दिलाना मकसद है.