उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
इस वर्ष जनवरी से अब तक गरीबनाथ मंदिर में 496 गाड़ियों की पूजा हुई है. इसमें सबसे अधिक दोपहिया वाहनों की संख्या रही. एक जनवरी से अब तक मंदिर में 395 दोपहिया वाहन और 101 चारपहिया वाहनों की पूजा की गयी है. सबसे अधिक पूजा दुर्गा पूजा से लेकर दिवाली तक हुई. मंदिर में हुई पूजा के लिए यहां पुजारियों की टीम बनी हुई है. दोपहिया वाहनों के लिए 200 और चारपहिया वाहनों के लिए 400 का शुल्क लिया जाता है. गरीबनाथ मंदिर के प्रति आस्था के कारण अधिकतर लोग नयी गाड़ियों की खरीद पर सबसे पहले पूजा के लिए यही पहुंचते हैं. यही कारण यहां भक्तों की भीड़ अधिक रहती है. मंदिर खुलने से लेकर रात्रि में मंदिर बंद होने तक यहां गाड़ियों की पूजा की जाती है. यहां गाड़ियों की पूजा कराने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से भी लोग पहुंचते हैं. हालांकि कई गाड़ी एजेंसियों में पूजा की व्यवस्था के कारण इस साल मंदिर में गाड़ियों की पूजा कराने के लिए लोगों की भीड़ थोड़ी कम हो गयी है. मंदिर के प्रधान पुजारी पं. विनय पाठक ने कहा कि मंदिर में गाड़ियों की पूजा करोन के लिए पूरे वर्ष भर लोग पहुंचते हैं, लेकिन फेस्टिवल सीजन में अधिक भीड़ रहती है. पहले यहां व्यावसायिक गाड़ियों की भी पूजा की जाती थी, लेकिन ट्रैफिक के कारण अब बड़ी गाड़ियां यहां नहीं आती है. छोटी गाड़ियों की पूजा यहां सबसे अधिक होती है.कलमबाग रोड मंदिर में भी होती है गाड़ियों की पूजा
इन दिनों कलमबाग रोड स्थित हनुमान मंदिर और अखाड़ाघाट के हनुमान मंदिर में भी गाड़ियों की पूजा अधिक संख्या में हो रही है. जीरो माइल और अहियापुर इलाके लोग अखाड़ाघाट हनुमान मंदिर में गाड़ियों की पूजा कराते हैं तो लेनिन चौक, माडीपुर और गाेबरसही के लोग कलमबाग चौक स्थित हनुमान मंदिर पहुंचते हैं. इसके अलावा दुर्गा स्थान रोड मंदिर और कल्याणी चौक के हनुमान मंदिर में भी गाड़ियों की पूजा होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है