रांची. हजारीबाग जिले में पिछले डेढ़ माह के दौरान हुई चार हत्याओं व रंगदारी से जुड़े कुछ मामले में शुक्रवार को एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्कवाॅयड) की टीम ने एक साथ रांची व हजारीबाग में आठ से दस स्थानों पर छापा मारा. इस दौरान एटीएस ने रांची के पिस्का मोड़ से एक युवक के अलावा पांडेय गिरोह के प्रमुख विकास तिवारी गैंग से जुड़े चार लोगों को हिरासत में लिया है. चारों से पूछताछ की जा रही है. वहीं कुछ और जगहों पर एटीएस छापेमारी कर रही है. अभी तक की पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी है कि जेल में बंद विकास तिवारी का पांडेय गिरोह रामगढ़ के अलावा हजारीबाग स्थित कोल साइडिंग पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए वारदातों को अंजाम दे रहा है. श्रीवास्तव गिरोह से जुड़े प्रकाश ठाकुर व दीपक सिंह की हत्या के पीछे पांडेय गिरोह का हाथ होने की बात कही जा रही है. 29 अक्तूबर 2024 को हजारीबाग सदर थाना क्षेत्र में जमीन कारोबार से जुड़े मंजीत यादव की हत्या हो गयी थी. 29 नवंबर 2024 को बड़कागांव थाना क्षेत्र में प्रकाश ठाकुर व दो दिसंबर 2024 को जमीन कारोबार से जुड़े उदय साहू की लोहसिंगना थाना क्षेत्र में हत्या हुई थी. वहीं चार दिसंबर को हजारीबाग के गिद्दी थाना क्षेत्र में दीपक सिंह की हत्या हुई थी. पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी है कि प्रकाश ठाकुर व दीपक सिंह श्रीवास्तव गैंग से जुड़े थे. वहीं मंजीत यादव, प्रकाश ठाकुर, उदय साहू व दीपक सिंह पहले भी तीन-चार बार जेल जा चुके थे.
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