गठबंधन के युवा नेताओं ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का किया निरीक्षण
मैक्लुस्कीगंज. खलारी प्रखंड के युवा नेता जैनुल खान और शशि मुंडा ने मैक्लुस्कीगंज स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया. शनिवार सुबह स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. इस दौरान सभी कर्मी नदारद थे. गेट पर ताला लटका देख नाराजगी व्यक्त किया. नेताओं ने कहा कि व्यवस्था नहीं सुधरी तो जल्द समर्थकों के साथ धरने पर बैठेंगे. शशि मुंडा व जैनुल खान ने बताया कि मैक्लुस्कीगंज और आसपास के ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग की लचर चिकित्सा व्यवस्था से परेशान होकर उन्हें कई मामले से उन्हें अवगत कराया गया था. कहा कि अतिसंवेदनशील मैक्लुस्कीगंज एंग्लो इंडीयन गांव है. एंग्लो परिवार के साथ सुदूर गांव के ग्रामीण एक मात्र स्वास्थ्य केंद्र के भरोसे रहते हैं. जहां विभागीय लापरवाही और डाॅक्टरों की कमी की वजह से आश्रितों को विवश होकर झोला छाप डाॅक्टरों की सेवाएं लेनी पड़ रही है. एंटीवेनम की व्यवस्था नहीं रहना दुर्भाग्यपूर्ण है. सुदूर गांव से आयी गर्भवती महिलाओं का डिलीवरी क्षेत्र में तैनात एएनएम द्वारा उप स्वास्थ्य केंद्रों या फिर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैक्लुस्कीगंज में कराया जाता है. मामला सीरियस होने पर एंबुलेंस का सहारा लिया जाता है.जल्द ही व्यवस्था में सुधार नहीं किया तो होगा आंदोलन
मैक्लुस्कीगंज में केंद्र और राज्य सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के दावे विभागीय अधिकारियों की मनमानी व घोर लापरवाही के चलते कहीं जमीन पर नजर नहीं आती. जल्द ही व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो एक आंदोलन के तहत धरना दिया जायेगा. मौके पर जानिसार अंसारी, श्रवण गंझू, मुन्ना साव, जिबरा मुंडा, अभिमन्यु गोप, विजय मुंडा, सत्येंद्र मुंडा, किशुन लोहरा, रमेश गंझू, आकाश मुंडा, विकास मुंडा, झुनू मुंडा, अफजल खान सहित अन्य समर्थक मौजूद थे.अस्पताल में एक डॉक्टर हैं पदस्थापित
एक डॉक्टर रवींद्र कुमार नियुक्त हैं. जो सप्ताह में दिन के शुक्रवार को अपनी सेवा देते हैं. वहीं, एमपीडब्ल्यू सुमीत कुमार, एएनएम लक्ष्मी कुमारी, पुतुल कुमारी पूरे सप्ताह सेवा दे रही है. एक वर्ष पूर्व एक एंबुलेंस मुहैया कराया गया है. सोलर सिस्टम ठीक-ठाक है.मैक्लुस्कीगंज पर्यटन के साथ एजुकेशन हब
मैक्लुस्कीगंज एक एंग्लो इंडियन गांव है. कई एंग्लो परिवार आज भी मैक्लुस्कीगंज में जीवनयापन कर रहे हैं. इसी वजह से मैक्लुस्कीगंज को पर्यटन की दृष्टि से ख्याति प्राप्त है. पूरे वर्ष पर्यटकों का आना-जाना मैक्लुस्कीगंज में लगा रहता है. साथ ही गंज को एजुकेशन हब के नाम से भी जाना जाता है. डॉन बॉस्को एकेडमी, जैनेट एकेडमी, सेवन स्टार्स एकेडमी, कंचेनजंगा इंटरनेशनल स्कूल, सेवा मार्ग मध्य विद्यालय, जाह्नवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सहित कई शिक्षण संस्थान संचालित की जा रही है. जहां पूरे राज्य से बड़ी संख्या में विद्यार्थी छात्रावासों में रहकर पठन-पाठन का कार्य कर रहे हैं. इतना ही नहीं आदिम जनजाति समुदाय के बिरहोरों व मल्हारों की भी स्वास्थ्य व चिकित्सा व्यवस्था के नाम पर एक मात्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है