संवाददाता, दुमका विश्वविद्यालय में जारी तालाबंदी आंदोलन के चलते शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की नगर इकाई ने कुलपति का पुतला दहन किया. अभाविप नेताओं ने कहा कि तालाबंदी के कारण विश्वविद्यालय और महाविद्यालय परिसरों में हजारों छात्रों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, शिक्षकेतर कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का लाभ नहीं मिलने और उनकी अन्य मांगों के पूरा न होने से विभिन्न कार्य बाधित हैं. यह स्थिति विश्वविद्यालय प्रशासन की नाकामी और सरकार की उदासीनता को दर्शाती है. क्षेत्रीय जनजातीय कार्य प्रमुख मनोज सोरेन ने कहा कि, पिछले 19-20 दिनों से विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के कैंपस बंद पड़े हैं. इस दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह से निष्क्रिय बना हुआ है. उन्होंने कहा कि, छात्रों के भविष्य को दांव पर लगाया जा रहा है. कुलपति को चाहिए कि वे तुरंत संजीदगी दिखाते हुए कैंपस को खोलने की दिशा में ठोस कदम उठाएं, जिससे नियमित कक्षाएं शुरू हो सके. श्री सोरेन ने चेतावनी दी कि यदि इन मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया गया, तो अभाविप पूरे संताल परगना क्षेत्र के छात्रों को साथ लेकर आंदोलन को और अधिक तीव्र करेगी. इस मौके पर विभाग संगठन मंत्री हिमांशु दुबे, नगर मंत्री अभिषेक गुप्ता, कॉलेज अध्यक्ष अमन कुमार, अभिषेक पाल, मनीष मंडल, सनत पंडित, प्रशांत रक्षित, आयुष सिन्हा, और प्रिंस कुमार सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
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