जामताड़ा. सीएस कार्यालय स्थित सभागार में फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रस्ट एवं जिला कुष्ठ निवारण समिति की ओर से आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण का समापन शनिवार को हुआ. इस अवसर पर डॉ गौतम ने कहा कि संभावित क्षेत्रों में भ्रमण कर कुष्ठ रोगियों की पहचान करें. जांचोंपरांच रोगी पाए जाने पर तत्काल निशुल्क उपचार शुरू करें. गांव के लोगों को बताएं कि कुष्ठ रोगियों के लिए निशुल्क उपचार उपलब्ध है. यह भी बताएं कि कुष्ठ रोग के आरंभ काल में उपचार शुरू होने से मरीज स्वस्थ भी होते हैं. वहीं विकलांग होने से भी बच सकते हैं. लोगों को किसी प्रकार के कुष्ठ बीमारी का लक्षण शरीर में दिखे तो तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंच कर जांच करायें. बताया कि कुष्ठ रोगी खोज अभियान नियमित रूप से चलता रहता है, जो प्रेरक कुष्ठ रोगियों की खोज करते हैं, उन्हें पारिश्रमिक राशि दी जाती है. साथ ही कुष्ठ रोगी को पोषण युक्त सामग्री खाने के लिए प्रत्येक माह 500 रुपये दी जाती है. प्रशिक्षक ने बताया कि कुष्ठ रोगी दो प्रकार के होते हैं. मौके पर मनोज कुमार आदि मौजूद थे.
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