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696 निजी विद्यालयों पर लटकी कार्रवाई की तलवार

सीवान. अपार आइडी बनाने के मामले में निजी विद्यालयों की मनमानी खुलकर सामने आयी है. यह स्थिति तब है जब शिक्षा विभाग के एसीएस डॉ एस सिद्धार्थ प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंसिग से मानिटरिंग कर रहे हैं, उन्होंने प्रतिदिन 19 हजार अपार आइडी निर्माण कराने का निर्देश डीइओ को दिया है. बारंबार विभागीय निर्देश के बाद भी 516 निजी विद्यालयों में अबतक अपार आइडी निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया जा सका है. सभी 696 निजी विद्यालयों से पहले स्पष्टीकरण पूछा जा रहा है, इसके बाद वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर यू-डायस रद्द करने की कार्रवाई शुरू होगी.

मनीष गिरि, सीवान. अपार आइडी बनाने के मामले में निजी विद्यालयों की मनमानी खुलकर सामने आयी है. यह स्थिति तब है जब शिक्षा विभाग के एसीएस डॉ एस सिद्धार्थ प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंसिग से मानिटरिंग कर रहे हैं, उन्होंने प्रतिदिन 19 हजार अपार आइडी निर्माण कराने का निर्देश डीइओ को दिया है. बारंबार विभागीय निर्देश के बाद भी 516 निजी विद्यालयों में अबतक अपार आइडी निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया जा सका है. सभी 696 निजी विद्यालयों से पहले स्पष्टीकरण पूछा जा रहा है, इसके बाद वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर यू-डायस रद्द करने की कार्रवाई शुरू होगी. डीपीओ एसएसए अशोक कुमार पांडे की मानें तो निजी विद्यालयों के संदर्भ में बीइओ द्वारा सौंपा गया गया रिपोर्ट संतोषजनक नहीं है. विभाग द्वारा प्रस्वीकृत्ति प्राप्त 696 निजी विद्यालयों में मात्र 180 विद्यालयों ने अपार आइडी का निर्माण प्रारंभ किया है. मात्र 3912 बच्चों का ही अपार आइडी बना है. 516 विद्यालयों ने अभी तक इस कार्य को प्रारंभ नहीं किया है. डीपीओ ने बताया कि निजी विद्यालयों का यह काम घोर लापरवाही, अनुशासनहीनता,है. वन नेशन वन स्टूडेंट योजना के तहत अपार आइडी का निर्माण जरूरी है. डीपीओ ने बताया कि मामले में पहले सभी निजी विद्यालयों से स्पष्टीकरण पूछा जा रहा है. इसके पश्चात प्रस्वीकृति प्रस्वीकृति रद्द करते हुए यू-डायस कोड को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. डीपीओ ने बताया कि यू-डायस कोड रद्द करने के उपरांत यू-डायस में विद्यमान सभी बच्चे स्वतः ड्राप बॉक्स में चले जायेगे. जिस कारण किसी भी बच्चे का अपार आइडी का निर्माण नहीं हो सकेगा. जिसकी पूर्ण जिम्मेवारी निजी विद्यालय की होगी. जिले में अबतक 18 फीसदी ही बन सका है अपार आडडी- सर्व शिक्षा अभियान के एमआइएस प्रभारी मो गुलरेज अंसारी की बातों पर गौर करें तो अबतक केवल 74 हजार 501 छात्रों का ही अपार आइडी बन सका है. इसमें सबसे अधिक अपार आइडी का निर्माण सरकारी विद्यालयों में हुआ है, जिसकी संख्या 69994 है. विभाग की आकड़ों पर गौर करें तो सरकारी विद्यालयों की संख्या 2396 है, जिसमें 2155 में अपार आइडी का निर्माण शुरू हो चुका है. जबकि 241 ने निर्माण शीघ्र शुरू करने की बात कही है. 847 विद्यालयों में नहीं शुरू हुआ अपार आइडी का निर्माण- जिले में सरकारी, निजी, अनुदानित, संस्कृत, मदरसा, वित्तरहित सहत अन्य 3222 विद्यालयों में अपार आइडी का निर्माण होना है. विभाग का कहना है कि 2375 विद्यालयों में अपार आइडी निर्माण का कार्य शुरू किया जा चुका है. जबकि 847 विद्यालय इससे वंचित हैं. आकडों पर गौर करें तो 2396 सरकारी विद्यालयों में से 2155 में अपार आइडी निर्माण शुरू हो चुका है, जबकि 241 ने शुरू नहीं किया है. सरकारी सहायता प्राप्त सात विद्यालयों में से एक में निर्माण शुरू नहीं हुआ है. 39 मदरसा में से 24 ने शुरू नहीं किया है. 696 निजी विद्यालय में 516 ने शुरू नहीं किया है. 22 संस्कृत विद्यालय में 13 ने शुरू नहीं किया है. जबकि 60 वित्तरहित विद्यालयों में से 50 अपार आइडी निर्माण से अभी दूरी बनाये हुए है. 5.69 लाख छात्रों का बनना है अपार आइडी- डीपीओ ने बताया कि जिला में जिले में संचालित 3222 विद्यालयों में नामांकित 5 लाख 69 हजार 528 छात्रों का अपार आइडी बनना है. बताया कि यह वर्ष 2023-24 में नामांकित छात्रों की संख्या है. जबकि 2024-25 के यू-डायस पोर्टल पर 4 लाख 10 हजार 99 छात्रों का डेटा अपलोड हो सका है. बोले अधिकारी अपार आइडी निर्माण में अबतक निजी विद्यालय लापरवाही बरत रहे हैं. ऐसे विद्यालयों के विरूद्ध विभाग कड़ी कार्रवाई करेगा. जिसमें प्रस्वीकृति रद्द करना शामिल है. जिन सरकारी विद्यालयों में अपार आइडी निर्माण शुरू नहीं हुआ है, उसके प्रधान शिक्षक के वेतन में कटौती की जायेगी. फोटो.12. राघवेंद्र प्रताप सिंह, डीइओ, सीवान

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