3.35 करोड़ रुपये का हुआ समझौता खगड़िया. राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सिविल कोर्ट खगड़िया एवं अनुमंडलीय सिविल कोर्ट गोगरी में किया गया. अदालत में सभी प्रकार के सुलहनीय वादों का निष्पादन किया गया. सिविल कोर्ट में प्रधान जिला जज सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण काजल झांब, प्रधान न्यायाधीश मनोज कुमार द्विवेदी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव आरएम तिवारी, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया. कार्यक्रम में डीएसपी मुख्यालय, सभी न्यायिक पदाधिकारी व अधिवक्ता और कोर्ट के समस्त स्टाफ आदि मौजूद थे. विभिन्न वादों के निष्पादन के लिए लोक अदालत में कुल 11 बेंच का गठन किया गया था. राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान कई बार जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा मामलों के निष्पादन के लिए गठित पीठ का निरीक्षण किया गया. पक्षकारों से बातचीत कर उनके मामलों का निष्पादन संबंधित बेंच में कराया गया. जिला जज द्वारा सभी पीठासीन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जो भी पक्षकार आए हैं. उनके वाद का निष्पादन करके ही उन्हें वापस भेंजे. राष्ट्रीय लोक अदालत के तहत सिविल कोर्ट खगड़िया एवं गोगरी में शनिवार को कुल 1466 वादों का निष्पादन किया गया. पक्षकारों के बीच कुल 3 करोड़ 34 लाख 78 हजार 9 सौ 49 रुपये का समझौता हुआ. जिसमें कोर्ट में लंबित 506 बैंक ऋण वाद, 939 बीएसएनल से संबंधित वाद का निष्पादन किया गया. अन्य 21 वाद का निष्पादन किया गया. निरीक्षण के दौरान एक विधवा महिला के पति द्वारा एक लाख अठाइस हजार रुपये लिए गए लोन को महिला की तरफ से विशेष अनुरोध पर जिला जज और सचिव द्वारा स्टेट बैंक के मुख्य प्रबंधक से कहने पर 20 हजार रुपये जमा कर लोन से मुक्त कराया गया. मुकदमे के पक्षकारों की सहायता के लिए इस बार भी दो हेल्प डेस्क बनाया गया था. जो लोगों के लिए बहुत उपयोगी और मददगार साबित हुआ. डालसा के सचिव तिवारी ने लोक अदालत की सफलता के लिए सभी न्यायिक अधिकारी, कर्मचारी, बैंककर्मी, पीएलवी, अधिवक्ता, मीडिया कर्मी तथा दूर दूर से आए सभी पक्षकारों को धन्यवाद देते हुए उनके प्रति आभार प्रकट किया.
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