Dhanbad News: आइआइटी आइएसएम में शनिवार को आइसीपीएचडी-2024 सेमिनार शनिवार को संपन्न हो गया. पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विभाग की ओर से आयोजित सेमिनार में पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विभाग और ऊर्जा स्थिरता के क्षेत्रों में नवीनतम प्रगति और उनके प्रभावों पर चर्चा की गयी. सम्मेलन में उद्योग और शिक्षा जगत से लगभग 250 प्रतिनिधियों ने भाग लिया. कार्यक्रम के दौरान पारंपरिक और गैर-पारंपरिक तेल व गैस, कार्बन कैप्चर, उपयोग और भंडारण, भू-तापीय ऊर्जा, हाइड्रोजन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मशीन लर्निंग और संबंधित नीतियों पर गहन चर्चा की. मुख्य अतिथि ओमकार नाथ ज्ञानी, निदेशक (ऑपरेशंस), ओएनजीसी विदेश लिमिटेड और विशिष्ट अतिथि अमिताभ रंजन, रजिस्ट्रार, भारतीय लोक प्रशासन संस्थान उपस्थित थे. सम्मेलन की अध्यक्षता आइआइटी-आइएसएम के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा ने की.
सम्मेलन की मुख्य बातें
पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो केका ओझा ने सम्मेलन की उपलब्धियों को रेखांकित किया. प्रो सुकुमार मिश्रा ने संस्थान में नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा देने की महत्ता पर बल दिया. अमिताभ रंजन ने शिक्षा और लोक प्रशासन की सामाजिक प्रगति में भूमिका पर प्रकाश डाला. ओमकार नाथ ज्ञानी ने ऊर्जा स्थिरता के लिए परिचालन उत्कृष्टता और वैश्विक साझेदारी की जरूरत पर चर्चा की. उन्होंने ओएनजीसी विदेश लिमिटेड और आइएसएम के बीच मजबूत संबंधों को रेखांकित किया. इस अवसर पर ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल टेक्नोलॉजी का तेल एवं गैस क्षेत्रों में अनुप्रयोग’ विषय पर एक पुस्तक का विमोचन किया गया. कार्यक्रम का समापन आयोजन सचिव प्रो टीके नैया के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ. इस सम्मेलन ने ऊर्जा और पेट्रोलियम के क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान और वैश्विक सहयोग की नयी दिशाएं खोलीं.
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