Vijay Khare: भोजपुरी इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाने वाले 72 वर्षीय मशहूर एक्टर विजय खरे का आज 15 दिसंबर, 2024 को निधन हो गया है. एक्टर पिछले कुछ वक्त से किडनी रोग से जूझ रहे थे. इसके बाद उन्हें बेंगलुरु के कावेरी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था और उनकी आदत में सुधार भी देखने को मिल रहा था, लेकिन आज सुबह 4 बजे अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली.
किस बीमारी से थे पीड़ित?
भोजपुरी स्टार विजय खरे पिछले कई दिनों से डायलिसिस पर थे. दरअसल, एक्टर पार्किंसन नामक एक गंभीर बीमारी से पीड़ित थे. यहां सुबह तबीयत बिगड़ने के बाद इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. एक्टर को बिहार का गब्बर सिंह भी कहा जाता था, जिन्होंने अपने करियर के दौरान 300 से ज्यादा फिल्मों में काम कर बिहार का नाम रोशन किया था.
भोजपुरी इंडस्ट्री के अमरीश पूरी
विजय खरे मूल रूप से मुजफ्फपुर, बिहार के हैं. वह ‘विजय खरे अकादमी’ नाम से एक एक्टिंग स्कूल चलाते थे. उन्हें भोजपुरी सिनेमा का अमरीश पुरी भी कहा जाता था. एक्टर को साल 2019 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया था. यह अवार्ड एक्टर को कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में दिया गया था. अवार्ड समारोह में, उन्होंने भोजपुरी सिनेमा के विकसित परिदृश्य और युवा पीढ़ी की बढ़ती भागीदारी के बारे में बात की थी.
विजय खरे की फिल्में
विजय खरे ने गंगा किनारे मोरा गांव (1983), रईसजादा (1976) और हमरा से बियाह करबा (2003) जैसी फिल्मों से पहचान बनाई है.