Bodh Gaya: विश्व शांति की कामना के साथ महाबोधि मंदिर में रविवार से काग्यु मोनलम चेन्मो का शुभारंभ किया गया. पवित्र बोधिवृक्ष की छांव तले काग्यू पंथ के वरीय बौद्ध लामाओं ने तथागत बुद्ध की प्रार्थना से पूजा का शुभारंभ किया. इसमें देश-विदेश में मौजूद काग्यू पंथ के बौद्ध मठों में प्रवास करने वाले बौद्ध लामाओं के साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं. अब सोमवार से 17वें ग्यालवे करमापा थिनले थाय दोरजे इस पूजा का नेतृत्व करेंगे. सुबह सात बजे विधि-विधान के साथ पूजा का शुभारंभ किया गया और विभिन्न सत्रों में संचालित पूजा का समापन शाम पांच बजे किया गया. इसका समापन 23 दिसंबर को होगा.
मंत्रोच्चार से गूंजा मंदिर परिसर
पूजा को लेकर मंदिर परिसर में मंत्रोच्चार होता रहा व मंदिर परिसर भक्तिभाव में डूबा रहा. पूजा स्थल पर तथागत बुद्ध के जीवन से जुड़ी विभिन्न मुद्राओं के तोरण की सजावट की गयी है और बोधि वृक्ष के नीचे बौद्ध लामाओं व रद्धालुओं की मौजूदगी से मंदिर परिसर काफी आकर्षक लगने लगा है. पूजा में शामिल होने के लिए पश्चिमी देशों के भी सैकड़ों की संख्या में 17वें करमापा के अनुयायी पहुंचे हैं. मंदिर परिसर की सुरक्षा ओर सख्त कर दी गयी है व मंदिर में प्रवेश करने वालों की सतर्कता के साथ जांच-पड़ताल की जा रही है. इस बीच रविवार की शाम को 17वें ग्यालवा करमापा थिनले थाय दोरजे भी बोधगया पहुंच चुके हैं.
बोधगया पहुंचे 17वें ग्यालवा करमापा
काग्यू पंथ के बौद्ध धर्मगुरु 17वें ग्यालवे करमापा थिनले थाय दोरजे रविवार की शाम को बोधगया पहुंचे. बोधगया पहुंचे पर उनके प्रवास स्थल कर्मा बौद्ध मंदिर में भव्य स्वागत किया गया. यहां पहले से मौजूद बौद्ध लामा व श्रद्धालुओं के साथ करमापा के अनुयायियों ने फूलों की बारिश कर उनका स्वागत किया. बौद्ध लामाओं ने पारंपरिक ढंग से तुरही बजा कर करमापा की अगवानी और वरीय लामाओं ने खादा भेंट कर सम्मानित किया. इस अवसर पर पश्चिमी देशों के सैंकड़ों अनुयायी भी कर्मा मंदिर में मौजूद थे व करमापा का आशीर्वाद प्राप्त किया. करमापा के मौजूदगी के बाद कर्मा मंदिर की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है.
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