वीरपुर. फुलकाहा वितरणी नहर पर निर्माणाधीन 4.075 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण में स्थानीय ग्रामीणों ने लापरवाही और गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं. यह सड़क निर्माण कार्य ग्रामीण कार्य विभाग वीरपुर प्रमंडल के तहत 04 करोड़ 14 लाख 61 हजार 509 रुपये की लागत से किया जा रहा है. योजना के मुताबिक सड़क का निर्माण 16 अप्रैल 2021 को शुरू हुआ था और इसे 15 अप्रैल 2022 तक पूरा किया जाना था, लेकिन कार्य में देरी हो रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य में मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है. खासकर गिट्टी पर से धूल हटाने और सड़क को समतल करने का काम सही तरीके से नहीं किया गया है, जिससे सड़क की मजबूती पर सवाल उठ रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि इस तरह की लापरवाही से तैयार की गई सड़क पहली बारिश में ही टूट सकती है. इसके अलावा निर्माण कार्य के दौरान सतह की तैयारी और रोलिंग भी ठीक से नहीं की गई है, जो कि गंभीर अनियमितता को दर्शाता है. वार्ड सदस्य पति समशीर आलम ने इस मुद्दे को उठाते हुए संबंधित विभाग से तुरंत कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने चेतावनी दिया कि यदि जल्दी सुधार नहीं किया गया तो वे आंदोलन करेंगे. वहीं जब उन्होंने विभागीय अधिकारियों से शिकायत की तो कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने बड़ी राशि दी है. लेकिन उसका सही उपयोग नहीं हो रहा है. अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो यह सड़क क्षेत्र के विकास के बजाय स्थानीय निवासियों के लिए समस्या का कारण बन सकती है. ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता सुमन कुमार ने मामले की जानकारी मिलने पर कहा कि एसडीओ और जेई को निरीक्षण करने के लिए भेजा जाएगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है