गया. इस साल सर्द के मौसम का सबसे ठंडा दिन रविवार रहा, जहां न्यूनतम पारा लुढ़क कर 7.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. हालांकि अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा. साथ ही सुबह की आर्द्रता 89 प्रतिशत व शाम की आर्द्रता 65 प्रतिशत रही. शनिवार को न्यूनतम पारा 8.6 डिग्री व अधिकतम पारा 23.8 डिग्री सेल्सियस रहा था. पिछले चार दिनों से न्यूनतम पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रह रहा है. रात में घना कोहरा छाये रहने व दिन में सर्द पछुआ हवा की वजह से पारा तेजी से लुढ़क रहा है और इसकी वजह से बनी नमी के कारण कनकनी भी बढ़ी है. दिसंबर के महीने में अब तक हर वर्ष तेजी से पारा गिरा है. पिछले 61 वर्षों का दिसंबर महीने के विभिन्न तिथियों में पारा कम का रिकार्ड रहा है. इसमें 25 दिसंबर 1961 को पिछले 61 वर्षों में सबसे कम न्यूनतम पारा 1.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था.
दिसंबर महीने में विभिन्न तिथियों में वर्षवार सबसे कम तापमान का रिकार्ड
तिथि-वर्ष न्यूनतम पारा(डिग्री सेल्सियस में)25 दिसंबर 1961 1.430 दिसंबर 2019 2.430 दिसंबर 2014 2.630 दिसंबर 2018 2.7
26-27 दिसंबर 2011 3.630 दिसंबर 2012 4.026 दिसंबर 2015 4.727 दिसंबर 2010 6.4
19 दिसंबर 2017 6.727 दिसंबर 2013 7.416 दिसंबर 2016 8.3(उपरोक्त आंकड़े मौसम विभाग के हैं)
दिसंबर का महीना कोल्ड वेब को लेकर खतरनाक
दिसंबर का महीना कोल्ड वेब को लेकर खतरनाक है. इसमें सबसे अधिक सजग, सावधान रहने की जरूरत है. इसी महीने में सबसे अधिक कुहासा गिरता है. इसकी वजह से वातावरण में नमी बन जाती है. पछुआ सर्द हवा के बहने से तापमान तेजी से गिरने लगता है. रविवार को तापमान लुढ़कने के साथ बाजार में चहल-पहल कम देखी गयी. लोग दिन में धूप सेंकते और रात में अलाव जला कर उसके पास बैठे मिले.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है