– बिहार स्टेट प्रोग्रेसिव इलेक्ट्रिक वर्कर्स यूनियन के बैनर तले धरना पूर्णिया. विद्युत् आपूर्ति अंचल पूर्णिया कार्यालय परिसर में विद्युत् कर्मियों ने अपनी विभिन्न मांगों के लिए धरना दिया. सभी कर्मियों ने एक सुर में एजेंसी मुक्त विद्युत् परिवार की मांग की. प्रमुख मांगों में एजेंसी मुक्त बिहार,मानव बल की साठ वर्ष की सेवा पक्की करने, बोनस अधिनियम के तहत बोनस का भुगतान, एसबीपीडीसीएल की तरह एनबीपीडीसीएल में कार्य करने वाले मानव बल को वर्दी मुहैया कराने और आवेरटाइम का भुगतान मानव बलो को भी करने पर जोर दिया. महीने भर के काम के बदले 26 दिनों के वेतन की नीति बदलने की मांग की. आरोप लगाया कि पिछले कई वर्षों से कंपनी प्रबंधन तानाशाही रवैया अपनाये हुए है. कर्मियों के तरफ प्रबंधन का कोई ध्यान नहीं है. आये दिन मानव बल स्पर्शाघात के शिकार हो अपनी जान गंवा रहे हैं ,उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं. हर घर को रौशन करने वाले बिजली कर्मियों का घर और भविष्य अन्धकार में है. विद्युत् कंपनी का लेखा दुरुस्त करने वाले कर्मियों का लेखा जोखा रखने वाला कोई नहीं है. कंपनी बनने के 12 वर्ष बाद भी मुख्यालय में लेखा कर्मी का कोई पद सृजित नहीं है, नतीजतन सैकड़ो लेखा कर्मी प्रोन्नति से वंचित हैं. तकनीकी कर्मियों का कंपनी प्रबंधन यार्ड स्टिक नहीं बना रहा है. आगामी 23 दिसंबर को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जायेगा. इस मौके पर संरक्षक महेंद्र कुमार शर्मा, निरंजन लाल, अध्यक्ष नरेश राय, कार्यकारी अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद सिंह, महामंत्री मृगांशु शेखर, उप महामंत्री राम बराई प्रसाद, मो. असलम इराकी, अजित कुमार, चंद्रकिशोंर प्रसाद, फैयाज आलम, अरूण कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष संजय कुमार, सचिव हरेराम कुमार, विश्वनाथ सिंह, बालेश्वर साही, रणवीर राणा, राघवेन्द्र कुमार, जितेंद्र कुमार, ओमप्रकाश कुमार, कार्यकारिणी सदस्य राधेश्याम कुमार, मो रजाक सहित पप्पू कुमार मो जावेद, बद्री पासवान, कुमार आशुतोष, राजेश, अमित कुमार, गोपाल मंडल, आदि ने अपने मांगों को लेकर आवाज बुलंद की. फोटो. 16 पूर्णिया 17- धरना में शामिल बिजली कर्मी .
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