-बीएमपी- 06 से सटे एक निजी स्कूल के समीप की घटना
– घटना के बाद चालक ट्रैक्टर काके मौके पर छोड़ फरार-ऑटो से टक्कर होने पर साइकिल का बिगड़ा बैलेंस
मुजफ्फरपुर.
मिठनपुरा थाना क्षेत्र के बीएमपी- 06 के सटे एक निजी स्कूल के समीप सोमवार की शाम मिट्टी लोड अनियंत्रित ट्रैक्टर ने निगम के सफाई कर्मचारी दिनेश मसीह (39) को रौंद दिया. मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. घटना में उसका पांच साल का बेटा रिक्की कुमार बाल- बाल बच गया. जबतक स्थानीय लोग जुटते इससे पहले ट्रैक्टर चालक मौके पर ही गाड़ी छोड़कर फरार हो गया. मृतक दिनेश मसीह पुरानी गुदरी बहलखाना रोड का रहने वाला था. घटना की सूचना मिलने के बाद सैकड़ों की संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए. सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे. ट्रैक्टर का हवा निकाल दिया. आक्रोशित परिजन मुआवजा व आरोपी ट्रैक्टर चालक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. सड़क जाम होने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गयी. इसकी सूचना मिलते ही थानेदार रामएकबाल प्रसाद, दारोगा निशांत कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. आक्रोशित परिजनों को समझा- बुझा कर शांत कराने का प्रयास किया. लेकिन, परिजन मुआवजे में चार लाख रुपये व मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे. करीब दो घंटे तक सड़क जाम रखा. थानेदार व निगम के अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया तो तब जाकर जाम समाप्त हुआ. मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट तैयार करने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.बेटा के साथ साइकिल से लौट रहा था दिनेश
जानकारी के अनुसार, मृतक दिनेश मसीह नगर निगम में डेली वेज पर सफाई कर्मचारी का काम करता था. उनकी पुरानी गुदरी बहलखाना रोड व कन्हौली में भी घर था. दिनेश मसीह अपने पांच साल के बेटा रिक्की कुमार के साथ रामबाग में अपने एक पड़ोसी के 40 वां में शामिल होकर साइकिल से ही बेटा के साथ कन्हौली स्थित अपने क्वार्टर लौट रहा था. जैसे ही बीएमपी- 06 के समीप एक निजी स्कूल के पास पहुंचा कि सामने से आ रहे एक ऑटो ने चकमा दे दिया. साइकिल में ऑटो सटने के बाद दोनों पिता- पुत्र सड़क पर गिर गए. इस बीच पीछे से मिट्टी लोड करके आ रही अनियंत्रित ट्रैक्टर ने दिनेश मसीह को रौंद दिया. उसका बेटा बाल- बाल बच गया. स्थानीय लोगों का आरोप था कि स्मार्ट सिटी का काम कराने वाली एक निजी कंपनी के लिए ट्रैक्टर पर मिट्टी ढोया जाता है. चालक इतनी तेज ट्रैक्टर चलाता है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. सामाजिक कार्यकर्ता संजय रजक ने मृतक के चार छोटे- छोटे बच्चे के जीवन यापन के लिए पत्नी को निगम में नौकरी व पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है