Rourkela News: राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के निदेशक प्रभारी अतनु भौमिक ने सामग्री प्रबंधन विभाग के भंडारण अनुभाग द्वारा आयोजित आधुनिकीकरण भंडार में चल एवं अचल इन्वेंट्री पर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. श्री भौमिक ने ऐसी प्रदर्शनियों के आयोजन पर जोर दिया, जो सही मात्रा और सही गुणवत्ता वाले पुर्जों और उपकरणों की खरीद के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करेगी. उन्होंने बड़े पैमाने पर डिजिटलीकरण और स्वचालन को अपनाने पर भी जोर दिया, ताकि इन्वेंट्री के ढेर को कम करने की योजना बनायी जा सके. इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) तरुण मिश्र, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) एके बेहुरिया, कार्यपालक निदेशक (परिचालन) बिश्वरंजन पलाई, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) सुदीप पॉल चौधरी, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अनिल कुमार, संयंत्र के कई मुख्य महा प्रबंधक एवं विभागाध्यक्ष उपस्थित थे. गणमान्यों ने इस अवसर पर पौधरोपण किये.
इन्वेंट्री होल्डिंग अवधि को कम करने का हो प्रयास
तरुण मिश्र ने खरीद में डेटा-संचालित दृष्टिकोण का आह्वान किया, अनावश्यक खरीद से बचने और इष्टतम संसाधन उपयोग सुनिश्चित करने के लिए आवश्यकताओं के 10 वर्षीय विश्लेषण पर आधारित निर्णय लेने का आग्रह किया. श्री बेहुरिया ने कहा कि इन्वेंट्री कार्यशील पूंजी का एक महत्वपूर्ण घटक है और वित्तीय दक्षता में सुधार के लिए इन्वेंट्री होल्डिंग अवधि को कम करने के प्रयासों का लक्ष्य होना चाहिए. बिश्वरंजन पलाई ने अचल इन्वेंट्री द्वारा उत्पन्न चुनौतियों पर चर्चा की और विभागाध्यक्षों को रणनीतिक उपयोग के माध्यम से इन वस्तुओं को कम करने के तरीकों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित किया. अपने संबोधन में, सुदीप पाल चौधरी ने एक केंद्रीत तौर पर इन्वेंट्री प्रबंधन में डिजिटलीकरण के महत्व पर जोर दिया. अनिल कुमार ने इन्वेंट्री प्रबंधन प्रक्रियाओं को निर्बाध, कुशल और परिचालन आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने के महत्व को रेखांकित किया.
इन्वेंट्री वर्गीकरण और कुशल उपयोग के महत्व को रेखांकित किया
प्रारंभ में महा प्रबंधक प्रभारी (सामग्री प्रबंधन-स्टोर, निरीक्षण और एससी) एनआर राय चौधरी, ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया तथा प्रदर्शनी का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया. महा प्रबंधक (सामग्री प्रबंधन-स्टोर) एस बेहेरा ने कार्यक्रम की शुरुआत की और इन्वेंट्री वर्गीकरण और कुशल उपयोग के महत्व को रेखांकित किया. उप प्रबंधक महेश्वर महंत ने भंडार विभाग के महत्व तथा निदेशक प्रभारी के नेतृत्व में किये गये विकास कार्यों पर एक कविता सुनाई, जिसे तत्पश्चात श्री भौमिक को सौंपा गया. उप महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन-भंडारण) अनिंदिता महापात्र ने कार्यक्रम का समन्वय किया, जबकि सहायक महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन-भंडारण) बसंत कुमार चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन किया. इससे पूर्व, निदेशक प्रभारी ने आधुनिकीकरण भंडार में दो नये शेड के निर्माण की आधारशिला रखी. उन्होंने कार्यपालक निदेशकों के साथ परिसर में पौधे भी लगाये.
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