बंदगांव. कराइकेला प्लस टू उच्च विद्यालय में दो करोड़ रुपये की लागत से नया भवन का निर्माण हो रहा है. घटिया निर्माण कार्य को देख सोमवार को ग्रामीण भड़क गये. ग्रामीणों ने इसकी जानकारी विधायक प्रतिनिधि मिथुन गागराई को दी. इसके बाद विधायक प्रतिनिधि के नेतृत्व में ग्रामीणों ने काम बंद करा दिया. मालूम रहे कि विधानसभा चुनाव से पहले विधायक सुखराम उरांव ने ग्रामीणों की मांग पर एवं छात्रों की समस्या को देखते हुए कराइकेला प्लस टू उच्च विद्यालय में भवन निर्माण के लिए लगभग दो करोड रुपये की लागत से 17 कमरों का शिलान्यास किया था. शिलान्यास के समय विधायक सुखराम उरांव ने ठेकेदार से कहा था कि भवन निर्माण की गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं करेंगे. इसके बावजूद ठेकेदार द्वारा भवन निर्माण में घटिया ईंट का प्रयोग किया जा रहा है.
विधायक ने ठेकेदार को फटकार लगायी
यह जानकारी विधायक सुखराम उरांव को मिलने पर उन्होंने ठेकेदार को जमकर फटकार लगायी. विधायक ने अपने प्रतिनिधि मिथुन गागराई को स्थल का निरीक्षण करने का निर्देश दिया. इसके बाद मिथुन गागराई, कराइकेला की मुखिया गीता बानरा, दिनेश जेना, महेश साहू, अरुप चटर्जी, बाबूराम बानरा,आनंद बिहारी साहू ने भवन निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. देखा कि भवन का निर्माण बहुत घटिया स्तर से किया जा रहा है. उन्होंने ठेकेदार को तुरंत काम बंद कर देने की बात कही. विधायक प्रतिनिधि मिथुन गागराई ने कहा कि ठेकेदार को पहले भी सूचना दी गयी थी कि काम में कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. बच्चों की जिंदगी से कोई खिलवाड़ ना करें. इसके बावजूद ठेकेदार अपनी मनमानी कर रहा है. वह घटिया निर्माण कर रहा है. इससे बिल्डिंग बनने के तुरंत बाद दुर्घटना होने की आशंका है. इस कारण भवन निर्माण बंद करा दिया गया है. विधायक सुखराम उरांव को इसकी जानकारी दे दी गयी है.
गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा : विधायक
भवन निर्माण के संबंध में विधायक सुखराम उरांव ने कहा कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जायेगा. जरूरत पड़ी तो ठेकेदार पर कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी. उन्होंने कहा भवन का निर्माण बेहतर ढंग से हो. जहां लाल ईंट का उपयोग करना है, वहां लाल ईंटा का ही प्रयोग किया जाए. काम गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए. अन्यथा ठेकेदार को ब्लैकलिस्टेड करने का भी काम किया जायेगा. कराइकेला उच्च विद्यालय में भवन की कमी के कारण छात्रों का एडमिशन इंटर में नहीं हो रहा था. अभिभावकों ने इसकी जानकारी विधायक सुखराम उरांव को दी. ग्रामीणों की समस्या को जानकर विधायक सुखराम उरांव ने यहां 17 कमरों के भवन की स्वीकृति प्रदान करायी थी. इसके बाद भवन निर्माण का काम शुरू हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है