Srijan Scam: बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाले में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मंगलवार को गाजियाबाद से सतीश कुमार झा नामक एक प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार किया. सतीश कुमार झा, जो कि एक कॉपरेटिव सोसाइटी के ऑडिटर थे, फरवरी 2022 से फरार थे और उनकी गिरफ्तारी के लिए CBI ने कई जगहों पर छापेमारी की थी. इस मामले में उनकी अहम भूमिका थी, जिससे सृजन संस्था द्वारा किए गए घोटाले का पर्दाफाश हुआ.
CBI ने पहले ही चार्जशीट दाखिल कर दी थी
सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक, सतीश झा की गिरफ्तारी के बाद उन्हें पटना की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा, जहां से उनकी रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. गौरतलब है कि सतीश झा को लेकर सीबीआई ने पहले ही चार्जशीट दाखिल कर दी थी और गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, लेकिन वह लगातार गिरफ्तारी से बचते रहे.
वित्तीय मामलों की जिम्मेदारी संभालते हुए सरकारी धन के घोटाले
सतीश कुमार झा की पहचान सृजन घोटाले के वित्तीय मामलों में की गयी है, पहले अनुमंडल अंकेक्षण पदाधिकारी के तौर पर काम करते थे. वहीं से वह सृजन संस्था की प्रमुख मनोरमा देवी के संपर्क में आए और बाद में संस्था में वित्तीय सलाहकार के रूप में काम करने लगे. सतीश झा पर आरोप है कि उन्होंने सृजन संस्था के वित्तीय मामलों की जिम्मेदारी संभालते हुए सरकारी धन के घोटाले में शामिल था.
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बिहार के सबसे बड़े वित्तीय घोटालों में से एक
सृजन घोटाला 2017 में उजागर हुआ था जो बिहार के सबसे बड़े वित्तीय घोटालों में से एक है. इस घोटाले में करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की गई, जिसमें सरकारी खातों से बड़ी रकम का गबन किया गया. CBI इस मामले की जांच कर रही है और अब तक कई अहम गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. सतीश झा की गिरफ्तारी से मामले में और भी कई अहम राज खुलने की संभावना है.