किशनगंज.वन नेशन वन इलेक्शन बिल देश हित में है. पूरे देश में एक साथ चुनाव होने से इससे बचने वाला रुपया देश के विकास में इस्तेमाल हो सकेगा. यह बात माता गुजरी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ इच्छित भारत ने कही. उन्होंने कहा कि चुनाव के समय राज्यों में आचार संहिता लागू हो जाती है और यह परिणाम जारी होने तक लागू रहती है. ऐसे में इससे विकास परियोजनाओं में देरी होती है. वन नेशन वन इलेक्शन में ऐसा नहीं होगा. डॉ इच्छित भारत ने कहा कि संसाधनों की बचत होगी. चुनाव के समय देशभर में फोर्स से लेकर विभिन्न सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है. इससे उनके सरकारी काम में भी व्यवधान होता है. ऐसे में साल में एक ही बार इस तरह की आवश्यकता पड़ेगी. उन्होंने कहा कि एक देश एक चुनाव कराने से केंद्र के राजकोष की बचत होगी क्योंकि, हर पांच साल में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनावों का भी आयोजन किया जाता है. वहीं, देश में हर साल अलग-अलग समय पर विधानसभा चुनाव होते हैं. एक ही समय पर चुनाव होने पर राजकोष की बचत होगी. डॉ इच्छित भारत ने कहा कि देश में अलग अलग राज्यों में अलग अलग समय में चुनाव होने से राजनैतिक दल हमेशा चुनावी मोड में रहते हैं, इसमें कमी आएगी. केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री एवं राजनेताओं का समय भी चुनाव की जगह विकास कार्यों में लग सकेगा. एक साथ लोकसभा और विधानसभा के चुनाव होने से नए लोगों को अवसर मिल सकेगा. बार-बार चुनाव के कारण लोक लुभावने वादों की प्रतिस्पर्धा भी समाप्त होगी. देश का और पार्टियों का चुनाव खर्च भी कम होगा. डॉ इच्छित भारत ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से मतदाताओं में भी उदासीनता देखने को मिलती रही है, हम इस समस्या से भी निजात पा सकेंगे. एक साथ चुनाव होने से इलेक्शन कमीशन और नवाचार कर पाएगा. कोड ऑफ़ कंडक्ट का सही से पालन होने के साथ-साथ चुनावी वैमनस्यता से मुक्ति मिलना, असामाजिक तत्वों पर रोक लगना, चुनावी तनाव कम होने जैसे कारक भी संभव हो सकेंगे. उन्होंने कहा कि आज का युवा है, आज का भारत है जिसकी इच्छा है कि विकास जल्दी से हो उसमें चुनावी प्रक्रिया से कोई बाधा न आए.
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