भभुआ सदर. सैरातों की वसूली करनेवाले संवेदक पर कानूनी कार्रवाई होने और उसके वसूली से हाथ वापस खींच लेने के बाद नगर पर्षद ने शहर में सैरातों की विभागीय वसूली शुरू कर दी है. इसके लिए शहर में पूर्व से नामित सोनहन बस स्टैंड, राजेंद्र सरोवर जीप स्टैंड, पुराने मंडलकारा की बगल में मोटरसाइकिल स्टैंड और वार्ड 16 स्थित सब्जी मंडी से वसूली शुरू की गयी है. इधर, बगैर बैठक और सूचना दिये विभागीय वसूली शुरू होने पर कई वार्ड पार्षदों ने आक्रोश जताते हुए विरोध दर्ज कराया हैं. विरोध करनेवाले पार्षदों का कहना था कि 11 दिसंबर को हुई विशेष बैठक में संवेदक के मना करने के बाद सैरातों के वसूली बंद होने पर चर्चा हुई थी और उस दौरान कार्यपालक पदाधिकारी व सभापति ने वसूली पर चर्चा कराते हुए संवेदक की बकाया राशि को आसान किश्तों में वापस करने की बात कही थी. वसूली कराने को लेकर पार्षदों की एक और बैठक कराने पर भी चर्चा हुई थी. लेकिन, पार्षदों की बैठक या सूचना दिये बगैर ही एजेंडे में विभागीय वसूली को मनमाने तरीके से दर्ज कर विभागीय वसूली शुरू करा दिया गया है. इसे लेकर पार्षद मनोज सिंह, मनिंद्र गोंड़, प्रीति देवी आदि का कहना था कि 11 तारीख की बैठक में विभागीय वसूली का एजेंडा शामिल नहीं था, लेकिन मिलीभगत से और बगैर कोई बैठक या सूचना दिये कार्यपालक पदाधिकारी और सभापति द्वारा प्रोसिडिंग बुक पर विभागीय वसूली कराने की चर्चा लिखकर वसूली शुरू करा दी गयी है. मंगलवार को जब उनलोगों को प्रोसिडिंग की कॉपी दी गयी, तब उन्हें इसकी जानकारी हुई है. वार्ड 11 की महिला पार्षद प्रीति देवी, वार्ड दो की पार्षद रुखसाना खातून, मनिंद्र गोंड़, मनोज सिंह आदि पार्षदों ने बताया कि इसको लेकर सभापति से शिकायत दर्ज करायी गयी है. इस पर चर्चा के लिए आज 12 बजे का समय सभापति द्वारा दिया गया है. सभापति से चर्चा होने के बाद आगे का निर्णय लिया जायेगा. = डीएम व एसपी की कार्रवाई के चलते बंद हो गयी थी वसूली दरअसल, 14 जून 2013 को नगर पर्षद बोर्ड की हुई बैठक में भभुआ शहर में वसूली हेतु स्थल चयन किया गया था, लेकिन उक्त स्थानों पर स्थायी निर्माण नहीं किया गया था. उक्त बैठक में वसूली को लेकर शहर के राजेंद्र सरोवर जीप स्टैंड, सोनहन बस पड़ाव, पुराने मंडलकारा के समीप मोटरसाइकिल स्टैंड और वार्ड 16 स्थित सब्जी मंडी को नामित किया गया था. लेकिन, इन जगहों के अलावा भी अनेक जगहों पर मनमाने तरीके और जोर जबर्दस्ती से हो रहे सैरातों की वसूली संज्ञान में आने के बाद डीएम व एसपी ने संवेदक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी थी. प्राथमिकी दर्ज होने और जेल जाने के बाद संवेदक ने सैरातों की वसूली से अपने हाथ खींच लिये थे. इसके बाद पिछले महीने के 23 तारीख से शहर में सैरातों की वसूली बंद थी. पुनः 12 दिसंबर से शहर के चार स्थानों पर विभागीय वसूली शुरू की गयी है. सभापति को भी विभागीय वसूली की जानकारी नहीं इधर, शहर में शुरू हुए विभागीय वसूली और पार्षदों के विरोध पर सभापति विकास तिवारी का कहना था कि उन्हें भी विभागीय वसूली की जानकारी नहीं दी गयी है. जबकि, वसूली शुरू होने की जानकारी उन्हें देनी चाहिए थी. विभागीय वसूली का पत्र जारी कर कार्यपालक पदाधिकारी छुट्टी पर चले गये हैं. वैसे पार्षदों से चर्चा करने के लिए आज बुधवार को उन्हें नगर पर्षद स्थित कार्यालय में बुलाया गया है.
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