संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिला से तबादले के बाद भी केस का चार्ज नहीं सौंपने वाले दारोगा व जमादार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. एसएसपी राकेश कुमार ने मोतीझील स्थित अपने कार्यालय में मंगलवार को आयोजित मासिक अपराध समीक्षा बैठक के दौरान जिले के सभी थानेदारों को निर्देश दिया है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में थानेदारों से कहा है कि जो भी पदाधिकारी तबादले के बाद भी केस का चार्ज नहीं सौंप रहे हैं, उनको कई बार मोबाइल व पत्र के माध्यम से सूचित किया जा चुका है. इसके बाद भी वह केस का चार्ज नहीं सौंप रहा है. इस वजह से अनुसंधान प्रभावित हो रहा है. जिला पुलिस पर अतिरिक्त केस पेंडिंग का भार बढ़ा हुआ है. ऐसे पुलिस पदाधिकारियों को चिन्हित करके उनकी सूची तैयार कर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करें. उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान थानेदारों को कहा है कि डीजीपी के दिये गए आदेश का सख्ती से अनुपालन करें. सभी पुलिस पदाधिकारी अच्छे यूनिफॉर्म में रहे. वर्दी पर स्पोर्ट्स शूज नहीं पहनें. गश्ती में सभी रैंक के पदाधिकारी निकलें. सड़क पर उतर कर गश्ती वाहन चेकिंग करें. वर्दी पर जैकेट भी उसी कलर का पहने, वायरलेस पर ज्यादा से ज्यादा कम्युनिकेशन करें. थाने में मौजूद पुलिस पदाधिकारियों के केस का नियमित समीक्षा करेंगे. वांटेड अपराधी जो जिला पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रहा है उनके विरुद्ध संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव तैयार करें. किसी भी अपराधी के घर का कुर्की कर रहे हैं तो प्रभावी ढंग से करें. स्मार्ट पुलिसिंग पर सभी थानेदार जोर दे. गंभीर कांडों का खुलासा जिला पुलिस के द्वारा किया गया है उसमें जेल भेजे गए अपराधियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल की अनुशंसा की जाए. पुलिस पर हमला के केस में वांटेड अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर गिरफ्तार करें. एसएसपी ने थानेदारों को केस डिस्पोजल में रूचि लेने वाले नहीं पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव भेजे. केस डिस्पोजल करने वाले थाने में सदर थाने का प्रदर्शन सराहनीय रहा है. मासिक अपराध समीक्षा बैठक के दौरान ग्रामीण एसपी विद्या सागर, डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद, नगर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वन सीमा देवी, टू विनिता सिन्हा समेत सभी डीएसपी, सर्किल इंस्पेक्टर व थानेदार उपस्थित थे.
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