बरौनी. मंगलवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बरौनी डेयरी निदेशक मंडल के सदस्यों ने अपने विभिन्न मांगों को लेकर बरौनी डेयरी परिसर में डाॅ राजेन्द्र प्रसाद सिंह की प्रतिमा के पास अपने समर्थकों के साथ बरौनी डेयरी प्रबंधन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया. आक्रोशित लोगों ने कहा निदेशक मंडल की बैठक नहीं करना, डेयरी उपविधि का उल्लंघन करना एवं बरौनी डेयरी में हो रही अनियमितता एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ कंफेड स्तर तक विभिन्न ईकाई को आवेदन देनें के बावजूद कार्यवाई नहीं किये जाने से आक्रोशित निदेशक मंडल सदस्यों ने मंगलवार को सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया है. अगर बहुत जल्द इस दिशा में पहल नहीं किया गया, तो निदेशक मंडल सदस्य अपने समर्थकों के साथ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा. जिसकी सारी जवाबदेही बरौनी डेयरी प्रबंधन की होगी. बरौनी डेयरी निदेशक मंडल ने कहा किसानों के हितकर फैसला नहीं लागू होना दुर्भाग्यपूर्ण है. जिसमें पशु वीमा 50 प्रतिशत अनुदान पर लागु नहीं करना, किसान को केन दही पर पांच रूपया प्रतिकिलो अनुदान लागु नहीं करना,पशु आहार में किसानों को तीन रूपया प्रतिकिलो अनुदान लागु नहीं करना, सभी जोन में अध्यक्ष एवं सचिव का क्षेत्रीय बैठक नहीं बुलाना, दुग्ध संघ में वार्षिक आमसभा नहीं बुलाना, कुशल एवं अर्धकुशल और समेकित श्रमिक को पदोन्नति नहीं देना, सुधामित्र को प्रोत्साहन राशि लागु नहीं करना, बीएमसीयू का परिचालन खर्च 60 पैसा प्रतिकिलो नहीं करना, दुग्ध समिति, दुग्ध उत्पादकों को पांच रूपया प्रति लीटर कटौती की गई राशि वापस नहीं करना, भ्रष्टाचार पर रोक लगाना एवं भ्रष्टाचारी व्यक्ति पर कार्यवाई करना, संघ के द्वारा समिति को जबरदस्ती एवं बिना डिमांड लिये गये घी की राशि गलत कटौती वापस करना, असमय एवं असमान रूप से तबादला किया गया पत्र रद्द करना, महेशखुंट पशु आहार कारखाना अविलंब चालु करने, सभी जोन में जांच मशीन एवं समान उपलब्ध कराने की व्यवस्था एवं जोनल की गाड़ी समान रूप से व्यवस्था करना, डेयरी डाॅग पर अनियमितता करने पर रोक लगाना, सभी जोन में पशु ईलाज के लिए चिकित्सक की व्यवस्था करना, बिना निविदा के बहाल श्रमिक, ठेकेदार, गाड़ी, सुधा डीलरशिप का कार्य बंद करना प्रमुख है.
प्रबंधक ने कहा-किसानों के हित के लिए प्रबंधन है प्रयासरत
वहीं बरौनी डेयरी प्रबंधक रविन्द्र प्रसाद ने बताया कि प्रबंधन संघ से जुड़े सम्मानित पशुपालकों के हितों की रक्षा एवं आर्थिक उन्नयन के लिए दृढ संकल्पित एवं सतत् प्रयत्नशील है. इसी क्रम में कॉम्फेड के मार्गदर्शन के अनुसार संघ के अधीन विभिन्न समितियों में कुल 13 अदद बीएमसीयू का परिचालन संघ स्तर से कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है. जिनमें से 8 परिचालित हो चुकी हैं. जो पशुपालकों के हित में यह बहुत ही अच्छा कदम है. इससे सम्मानित पशुपालकों को बीएमसीयू संचालकों द्वारा अवैध कटौती एवं शोषण से मुक्ति मिलेगी. इस निर्णय से तमाम बीएमसीयू संचालक खासकर वैसे जो इस तरह की अनैतिक गतिविधि में संलिप्त हैं, विभिन्न सामान्य बिन्दुओं की आड़ लेकर प्रबंधन पर अनावश्यक दबाव बनाने का प्रयत्न कर रहे हैं जो सर्वथा अनुचित है. प्रबंध निदेशक ने बताया गया कि प्रबंधन संघ से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़े सभी लोगों के हितों का संरक्षण करते हुए सभी गतिविधियों, कार्यों को नियमानुसार संपादित कराते हुए संघ के उत्तरोत्तर प्रगति के लिए कृत संकल्पित है.
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