गिद्दी(हजारीबाग). गिद्दी सी परियोजना की बंद पोखरिया में एक-दो दिन में बड़ी संख्या में मछलियां मरी हैं. ग्रामीण बेरोजगार युवकों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए डीएमएफटी व राज्य संपोषित फंड से लगभग डेढ़ करोड़ खर्च करके गिद्दी सी परियोजना की बंद पोखरिया में पिछले वर्ष 40 केज कल्चर से मछली पालन किया जा रहा है. मछलियां बड़ी हो चुकी हैं. इसकी देखरेख हजारीबाग मत्स्य विभाग कर रहा है. पोखरिया के एक केज में बड़ी संख्या में मछलियां मर चुकी हैं और मर भी रही हैं. लाभुकों ने इसकी सूचना मत्स्य विभाग को दी है, लेकिन विभाग कोई कदम नहीं उठा रहा है. मछलियां क्यों मर रही हैं, इसकी स्पष्ट जानकारी अभी तक नहीं मिल पायी है. लाभुक कुमेश्वर महतो, राजू महतो, राजेश महतो सहित अन्य लाभुकों ने कहा कि लगभग पांच टन से अधिक मछलियां मर चुकी हैं. इसका आर्थिक नुकसान हमलोगों को हो रहा है. इस पर विभाग पहल नहीं करेगा, तो और भी मछलियां मर सकती हैं. विभाग संज्ञान नहीं ले रहा है : मुखिया : डाड़ी पंचायत के मुखिया सह झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष लखनलाल महतो ने कहा कि इसकी जानकारी हजारीबाग मत्स्य विभाग को दी गयी है. विभाग संज्ञान नहीं ले रहा है, यह चिंता की बात है. यह विभाग की लापरवाही है. इससे लाभुकों को आर्थिक नुकसान हो रहा है. उन्होंने विभाग व प्रबंधन से इस पर उचित कदम उठाने की मांग की है.
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