छपरा.
पेंशनरों को सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यों में भाग लेते रहने की आवश्यकता है. उक्त बातें अवकाश प्राप्त जिला जज दिनेश कुमार शर्मा ने बिहार पेंशनर समाज की सारण जिला शाखा के तत्वावधान में आयोजित पेंशनर दिवस का उद्घाटन करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि जीवन को सार्थक कार्यों में लगाने से क्रियाशीलता बनी रहती है. पूर्व में यह आयोजन जिला परिषद के सभागार में होना था. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ब्रजेंद्र कुमार सिन्हा ने पेंशन की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि पेंशन हमारा अधिकार है. सर्वोच्च न्यायालय ने सर्वप्रथम पेंशन की उपादेयता पर आदेश पारित किया था. पेंशन पेंशनरों के व्यक्तिगत शारीरिक सुरक्षा के लिए मिलती है. इस पर परिवार या अन्य किसी का कोई अधिकार नहीं है. कई परिवार जबरन पेंशनरों को मानसिक यातना देकर घात करते हैं जिस पर सरकार का स्पष्ट आदेश है कि ऐसे लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाये. प्रो एमके शरण ने अपने संबोधन में पेंशनभोगियों को अपने प्रति सजग रहने की सलाह दी. इस अवसर पर 85 वर्ष से अधिक उम्र के 25 वरीय सदस्यों को चादर, माला एवं आयुष्मान संस्कृति सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया. मौके पर पेंशनर समाज के कैलेंडर का लोकार्पण किया गया. सचिव हरिशंकर प्रसाद ने संस्था का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. इस अवसर पर बैंक की उपप्रबंधक अमृता चौधरी, सुभाष कुमार सिंह, बबन सिंह, रामचंद्र सिंह, विष्णुशंकर ओझा आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है