Cyber Fraud: पटना साइबर थाना की पुलिस ने तेलंगाना से जुड़े एक बड़े साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए मास्टरमाइंड समेत पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये ठग सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बनाकर बड़ी फाइनेंस कंपनियों के नाम से लोगों को लोन देने का झांसा देकर ठगी करते थे. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक लैपटॉप, 13 मोबाइल, तीन स्टांप, बजाज फाइनेंस की नकली रसीदें और अन्य सामान जब्त किया है. पूछताछ में ठगों ने अब तक करीब चार करोड़ रुपये की साइबर ठगी की बात कबूल की है.
फ्लैट से चल रहा था ठगी का रैकेट
रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र की आदर्श कॉलोनी में एक फ्लैट से इस गिरोह को गिरफ्तार किया गया. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि यहां से ठगी का काम किया जा रहा है. गिरोह का मास्टरमाइंड राहुल कुमार नालंदा जिले के कतरीसराय का निवासी है. उसके साथ तेलंगाना के रहने वाले गुट्टा शिव कुमार, मारुति, वारला सुधाकर और पी. विक्रम रंगा रेड्डी को भी गिरफ्तार किया गया है. हालांकि, गिरोह का एक अन्य सदस्य फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है.
गिरफ्तार ठगों ने किया बड़ा खुलासा
साइबर DSP राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार ठगों ने खुलासा किया कि मास्टरमाइंड गोपाल कुमार उर्फ राहुल ने तीन महीने पहले इन युवकों को पटना बुलाया था. उन्हें प्रति माह 15,000 रुपये का वादा करके ठगी के काम में लगाया. गिरोह ने अब तक करीब 2,000 लोगों को लोन देने के नाम पर ठगा है.
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साइबर अपराध के हॉटस्पॉट
DSP राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि बिहार में साइबर अपराध के तीन मुख्य हॉटस्पॉट नालंदा, नवादा और पटना चिन्हित किए गए हैं. उन्होंने मकान मालिकों से अपील की है कि वे किरायेदारों की पूरी जानकारी रखें और उनकी गतिविधियों पर नजर बनाए रखें.