औरंगाबाद शहर.
राज्य के सभी जिलों में अनुसूचित जाति की बालिकाओं के लिए छात्रावास का निर्माण कराया जायेगा. इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. संभावना है अगले वित्तीय वर्ष में इसका निर्माण हो. ये जानकारी सूबे के अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री जनक राम ने दी. बुधवार को वे जिला मुख्यालय में थे. दानी बिगहा स्थित सर्किट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में मंत्री ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में कमजोर वर्ग के विद्यार्थी, किसान आदि के हित में काम किया जा रहा है. इनका उत्थान कैसे हो, इसपर योजनाबद्ध तरीके से काम हो रहा है. छात्रावास में रहने वाली बालिकाओं को आवासन, भोजन, स्वास्थ्य आदि की व्यवस्था मुहैया करायी जाती है. वहीं, आर्थिक रूप से एक हजार रुपये की राशि भी मदद दी जाती है. यह बालिका छात्रावास 100-100 बेड का होगा. अनुसूचित जाति-जनजाति की बालिकाओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने में सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से सभी जिलों में बालिका छात्रावास का निर्माण कराया जायेगा. मंत्री ने बताया कि फिलहाल अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण विभाग द्वारा 116 छात्रावासों का संचालन किया जा रहा है, जिससे बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं को आगे बढ़ाने में मदद मिल रही है. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में अनुसूचित जाति जनजाति आवासीय विद्यालय बनाये जाने की योजना है. इसपर शीघ्र ही बिहार सरकार निर्णय लेने वाली है. जबकि पहले से बिहार में 91 ऐसे विद्यालय संचालित हो रहे हैं. प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह, एमएलसी दिलीप कुमार सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेशा शर्मा, जदयू नेता अजिताभ सिंह उर्फ रिंकू, दीपक कुमार सिंह, मितेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे.50 करोड़ की लागत से आंबेडकर कल्याण विद्यालय तैयार
औरंगाबाद जिले में लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत से आंबेडकर कल्याण विद्यालय बनकर तैयार होने वाला है. अगले एक महीने के भीतर यह बनकर पूरी तरह तैयार हो जायेगा. इसके बाद इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे. इसमें 750 बच्चों के रहने की क्षमता होगी. वैसे औरंगाबाद में प्रस्तावित तीन विद्यालयों में से एक का टेंडर हो गया है. दूसरे के टेंडर की प्रक्रिया चल रहा है.विकास मित्रों के साथ बैठक कर दिये निर्देश
मंत्री ने बताया कि टाउन हॉल में करीब 250 विकास मित्रों के साथ बैठक की और कार्यों का जायजा लिया. इस दौरान उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये हैं. बताया कि 29.66 लाख रुपये की लागत से अनुसूचित जाति जनजाति टोलों में वर्क शेड बनाने का काम चल रहा है. औरंगाबाद जिले में भी 12 ऐसे वर्क शेड स्वीकृत हैं, जिनमें से छह बन गये हैं तथा छह का निर्माण चल रहा है. मंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्रों के लिए प्रदेश के चुने हुए जिलों में अंबेडकर कल्याण विद्यालय का भी निर्माण कराया जा रहा है.पीड़ित परिजनों से मंत्री ने की मुलाकात
अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण मंत्री ने बताया कि वे नवीनगर में हुई घटना के पीड़ित परिजनों से भी मिले. मंत्री परिषद का सदस्य और पार्टी शिष्टमंडल होने के नाते उन्हें निर्देशित किया गया. जिसके बाद वे यहां पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि परिवारवालों को भी भरोसा दिलाया गया है कि न्याय मिलेगा. अपराधी चाहे जो भी हो, कानून अपना काम ईमानदारी से करेगा. कानून पर हमसभी को पूर्ण विश्वास है. सभी से शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की गयी है. साथ ही पुलिस से कहा है कि सही अपराधी को पकड़ें. नाजायज किसी भी व्यक्ति पर केस नहीं चलायें. जो सही में मुजरिम है, उसपर कार्रवाई करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है