Darbhanga News: दरभंगा. डीएमसीएच परिसर स्थित न्यू सर्जरी बिल्डिंग में बुधवार को मॉक ड्रील नहीं हो पाया. इसे लेकर दोपहर करीब एक बजे अधीक्षक डॉ अलका झा, उपाधीक्षक डॉ हरेंद्र कुमार व डॉ सुरेन्द्र कुमार सहित विभागाध्यक्ष पहुंचे थे. लेकिन, बीएमएसआइसीएल (बिहार मेडिकल सर्विसेज इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड) के अधिकारी नहीं पहुंचे. आखिरकार डीएमसीएच के अधिकारी एवं विभागाध्यक्ष आदि भवन का निरीक्षण कर वापस लौट गये. बताया गया कि बीएमएसआइसीएल द्वारा काम पूरा नहीं किया जा सका था. बुनियादी सुविधाओं के अभाव को लेकर मरीजों को शिफ्ट करने की योजना फिलहाल टाल दी गयी. अब काम पूरा होने पर ही अस्पताल प्रशासन अगला कदम उठायेगा.
इन कमियों के कारण नहीं हो सका मॉक ड्रिल
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि बीएमएसआइसीएल द्वारा बांकी काम को अब तक पूरा नहीं किया जा सका है. कई बार डयू लिस्ट दी गयी, लेकिन इस पर अमल नहीं हो किया गया. स्टरलाइजेशन, फायर डोर, सीओटी के एसी में खराबी, फर्नीचर की कमी, लांउड्री की कमी आदि बुनियादी सुविधाओं की कमी यथावत है. इसे लेकर विभाग को भी कई बार लेटर भेजा जा चुका है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी है.
अब अगले साल जनवरी माह में शिफ्ट होने की संभावना
न्यू सर्जरी बिल्डिंग में आपातकालीन व ओपीडी विभाग को स्थानांतरित करने की योजना अब अगले साल जनवरी में पूरी होने की संभावना जतायी जा रही है. बीएमएसआइसीएल की शिथिलता के कारण नये भवन में आपातकालीन व ओपीडी शिफ्ट नहीं हो पा रहा है. बताया गया है कि अगले साल जनवरी माह में कार्य पूरा होने की संभावना है. इस स्थिति में विभागों के शिफ्टिंग की प्रक्रिया जनवरी में हो सकती है.पांच विभाग के मरीजों को किया जायेगा भर्ती
नये भवन में ग्राउंड फ्लोर पर आपातकालीन विभाग संचालित करने की तैयारी है. इमरजेंसी में पांच विभाग के मरीजों को गंभीर स्थिति में भर्ती किया जा सकेगा. इसमें मेडिसिन, सर्जरी, ऑर्थो, ईएनटी व आंख विभाग शामिल है.एक ही छत के नीचे होगी सभी चिकित्सकीय सुविधा
ग्राउंड फ्लोर पर आपातकालीन विभाग शिफ्ट होने से मरीजों को एक ही छत के नीचे सभी चिकित्सा सुविधा मिलेगी. इसमें रेडियोलॉजी, पैथोलॉजी के साथ- साथ सभी विभागों के डॉक्टर मौजूद रहेंगे. इससे मरीजों को इधर- उधर भटकना नहीं पड़ेगा. वर्तमान समय में आपातकालीन विभाग में मरीजों की तुलना में जगह पर्याप्त नहीं है. इस कारण चिकित्सा प्रक्रिया में समस्या होती है. मरीजों की संख्या बढ़ने पर फर्श पर लिटाकर इलाज किया जाता है. चिकित्सकों के बैठने के लिये भी मुकम्मल जगह नहीं है. बारिश के मौसम विभाग के अंदर पानी प्रवेश करने के कारण चिकित्सा प्रक्रिया बाधित हो जाती है. डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ अलका झा ने बताया कि बीएमएसआइसीएल द्वारा बांकी कार्य को अब तक पूरा नहीं किया जा सका है. इस कारण मॉक ड्रील नहीं हो सका. विभाग द्वारा ग्रीन सिग्नल देने के बाद ही अब अस्पताल प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा. नये भवन में सभी चिकित्सा सुविधा मिलने पर चिकित्सक काम करने को तैयार हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है