पांच सौ से अधिक मकानों को बस्तीवासियों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू
Rourkela News : छेंड आवासीय कॉलोनी के बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम जाने के मार्ग में विकसित किये गये पांच सौ से अधिक मकानों को बस्तीवासियों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू हुई है. इस क्रम में राउरकेला विकास प्राधिकरण(आरडीए) में बस्तीवासियों से इस मकान के एवज में दस फीसदी रकम डिपोजिट लेने का काम चल रहा है. जिससे उम्मीद है कि शीघ्र ही उन्हें मकान उपलब्ध करा दिये जाएंगे. हालांकि प्रशासन की ओर से इसकी कोई तिथि तय नहीं की गयी है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को आवास उपलब्ध कराने की महत्वाकांक्षी परियोजना को लेकर छेंड में 500 मकान तैयार किए गये हैं. राउरकेला महानगर निगम (आरएमसी) की ओर से अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर साझा की जा चुकी है.विश्वकप से पहले शुरू हुआ था निर्माण कार्य
स्मार्ट सिटी में हॉकी विश्वकप-2023 के आयोजन से पहले ही इस परियोजना पर काम शुरू किया गया था. छेंड आवासीय कॉलोनी के इस बेहद प्राइम लोकेशन पर जमीन की पहचान करने के बाद परियोजना पर काम शुरू हुआ था, जिसके बाद लगातार काम कर इसे अब पूरा कर लिया गया है. करीब 500 मकान इस कॉलोनी के अंदर बनाये गये हैं.योजना में 2015 से शुरू हुआ था कार्य
राउरकेला शहरी क्षेत्रों में रहने वाले आर्थिक रूप से वंचित लोगों को आवास उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार के आवास और शहरी विकास विभाग की ओर से जून 2015 में प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (पीएमएवाइ-यू) लागू की गयी थी. इसका उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में रहने वाले गरीबों को अपनी जमीन पर घर बनाने के लिए दो लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करना था. अगर घर का निर्माण कार्य ऑर्डर मिलने के तीन महीने के अंदर पूरा हो जाता है, तो अतिरिक्त 20 हजार रुपये और अगर छह महीने के अंदर पूरा हो जाता है, तो अतिरिक्त 10 हजार रुपये देने का प्रावधान किया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है