कटिहार. नियमित टीकाकरण को लेकर सदर अस्पताल के सभागार में कोल्ड चेन हेंडलर व डाटा ऑपरेटर को प्रशिक्षण दिया गया. प्रभारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एस सरकार, डब्लूएचओ के सुभान अली, यूनिसेफ के चंद्रविभा, यूएनडीपी के सुधीर मिश्रा, गौतम कुमार मुख्य रूप से उपस्थित थे. प्रशिक्षक के रूप में डॉ जहांगीर आलम ने टीका के रखरखाव उनके फायदे और मेडिकल बायो कचरा को व्यवस्थित रूप से निष्पादन को लेकर कई जानकारी दी. एएनएम को बताया कि बचपन में होने वाली गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए सबसे बेहतर उपाय टीकाकरण है. टीकाकरण से शिशु के मृत्यु दर में कमी में सहायक होता है. टीका शरीर की रोग से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है. टीका हमेशा सही रूट एवं सही जगह देना चाहिए. प्रशिक्षण में बताया गया कि टीका वाली जगह पर रुई से हल्का दबाना चाहिए. नाकी की उस स्थान को रगड़ना चाहिए. कभी भी शिशु के कूल्हे पर टिका नहीं लगाना चाहिए. इससे टीके का असर कम होता है. उस स्थान की नस को नुकसान पहुंचता है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि टीकाकरण के दौरान कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत होती है. अगर टीकाकरण के दौरान किसी बच्चे या महिला पर किसी प्रकार का विपरीत दिखता है तो संयम से काम लें. घटना की जानकारी तुरंत प्रभारी या सुपरवाइजर को दें. मौके पर टीकाकरण के बाद कचरे को व्यवस्थित रूप से निष्पादन को लेकर भी जानकारी दी गयी. साथ ही कोल्ड चेन के बारे में भी किस तरह से भायल को सुरक्षित रखा जाए और कितने टेंपरेचर पर मेडिसिन को रखा जाए इसके बारे में भी एएनएम को रिफ्रेश किया गया. मौके पर यूनिसेफ के चंद्रविभा ने बताया कि तीन दिवसीय नियमितीकरण टीकाकरण को लेकर प्रशिक्षण दिया गया है. यह प्रशिक्षण एएनम को रिफ्रेश करने जैसा है. यूएनडीपी के सुधीर कुमार मिश्रा ने बताया की हालांकि एएनएम पहले से ही नियमित टीकाकरण को लेकर सभी जानकारी है. लेकिन बीच-बीच में एएनएम को रिफ्रेश किया जाता है. साथ ही रिफ्रेश प्रशिक्षण में एएनएम को कोई परेशानी होती है तो उन्हें दूर किया जाता ., हर प्रशिक्षण में नई जानकारियां भी दी जाती है. इसके अलावा पोर्टल पर टीकाकरण को लेकर अपडेट करने को लेकर भी डाटा ऑपरेटरों को प्रशिक्षित किया गया.
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