करोड़ों रुपये की साइबर ठगी का मामला दुर्गापुर. सेलफोन पर कॉल या मैसेज के जरिये करोड़ों रुपये की साइबर ठगी के मामले में दुर्गापुर थाने की पुलिस ने दमदम जेल के एक और विचाराधीन कैदी ओमकार सिंह को प्रोडक्शन वारंट के तहत दुर्गापुर लायी है. बुधवार को दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश करने पर आरोपी को आठ दिनों के लिए स्थानीय पुलिस की रिमांड में भेज दिया गया. ध्यान रहे कि मामले में पुलिस पांच अन्य लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. आरोपियों के खिलाफ कुछ निवेशकों की एक करोड़ 18 लाख रुपये की ठगी की शिकायत पर दुर्गापुर थाने में केस नंबर 492/24 दर्ज कर जांच की जा रही है. पुलिस ने बताया कि कुछ माह पहले ठग गिरोह के सदस्य शहर के सिटी सेंटर इलाके में निजी कंपनी के नाम पर कार्यालय खोल कर ग्राहकों को फोन से संपर्क कर तरह-तरह के झांसे दिया करते थे. गिफ्ट व आकर्षक रिटर्न के लालच में आकर कई लोगों ने अपने रुपये गंवा दिये. आरोपी पहले कुछ रुपये कंपनी के खाते में जमा करने को कहते थे. ग्राहक कीमती गिफ्ट पाने के लोभ में खाते में रुपये भेज देते थे. आरोप है कि ऐसे ही कंपनी के कर्मचारियों ने शहर के कई लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की थी. समय पर गिफ्ट नहीं मिलने पर ग्राहक जब कंपनी के कार्यालय पहुंचते, तो उन्हें कर्मचारी झिड़क कर भगा देते थे. अंत में कई पीड़ितों ने कंपनी के खिलाफ दुर्गापुर थाने में करोड़ों की धोखाधड़ी की शिकायत की. फिर पुलिस केस दर्ज कर जांच में जुट गयी. इस क्रम में उसे पता चला कि धोखाधड़ी से जुड़े सभी आरोपी कोलकाता की दमदम जेल में दूसरे मामले में विचाराधी कैदी के रूप में बंद हैं. फिर पुलिस ने आरोपियों को दुर्गापुर लाने के लिए दुर्गापुर महकमा अदालत में अर्जी दी. अदालत से प्रोडक्शन वारंट जारी हुआ, जिसके आधार पर दमदम जेल से कैदियों को बारी-बारी से दुर्गापुर लाया गया है. पुलिस ने बताया कि ठग गिरोह का सरगना अभी शिकंजे में नहीं आया है. जल्द ही उसे भी दबोच लिया जायेगा.
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