वन विभाग के अधिकारी व ग्रामीणों के सजगता के कारण हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश नहीं कर पाया. लेकिन धान और आलू खाने के अलावा खेतों में उग रही गेंहू की फसल को रौंद कर बर्बाद कर दिया. इस संबंध में आजसू नेता बब्लू यादव ने बताया कि बीते मंगलवार देर शाम 32 हाथियों का झुंड सरिया जंगल से निकलकर कर बिरनी प्रखंड के बाराडीह पंचायत के निमासिंघा, ताराटांड़ प्रवेश कर गया.
ग्रामीण पूर्व से ही हाथियों के आने को लेकर सजग था हाथियों के झुंड गांव की ओर प्रवेश करते ही ग्रामीण व वन विभाग के अधिकारी के सहयोग से उक्त जगह से खदेड़ दिया गया वहां से हाथियों का झुंड चितनखारी आ गया जिसके बाद वहां से भी हाथियों को कड़ी मशक्कत के बाद खदेड़ दिया गया. अभी हाथियों के झुंड को झरखी जंगल में प्रवेश करा दिया गया है.इस दौरान हाथियो के झुंड ने बलराम यादव, अशोक यादव, रामकिशुन यादव, रामेश्वर यादव, द्वारिका यादव, लालजीत यादव, बीरेंद्र यादव, केशो यादव, खूबलाल यादव, रामप्रसाद यादव उक्त सभी किसानों के धान आलू व गेंहू फसल को भारी क्षति हुई है.
किया जा रहा क्षति का आकलन, किसानों को मिलेगा मुआवजा : सागर
वन विभाग पूर्वी वन प्रमंडल के फोरेस्टर सागर विश्वकर्मा ने बताया हाथियों के झुंड के साथ उनके बच्चे भी शामिल हैं. इस कारण उनके साथ ज्यादा छेड़छाड़ करना उचित नहीं है. ऐसा करने पर हाथी ज्यादा उग्र हो सकते हैं. हालांकि उनके नेतृत्व में एक टीम मंगलवार की रात को हाथियों के झुंड को क्षेत्र से निकालने के लिए ड्राइव किया गया. श्री विश्वकर्मा ने कहा कि किसानों की क्षति का आकलन किया जा रहा है. सभी किसानों को वन विभाग के द्वारा मुआवजा दिलाया जायेगा.
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