रांची. बेथेसदा वीमेंस टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में बुधवार को क्रिसमस गैदरिंग हुई. मुख्य अतिथि जीइएल चर्च के मॉडरेटर बिशप मार्शल केरकेट्टा ने कहा कि यीशु वास्तव में उद्धारकर्ता हैं. परमेश्वर ने उद्धारकर्ता/मसीहा के जन्म के लिए एक चुनी हुई जाति, एक चुने हुए वंश, एक चुने हुए परिवार और एक चुनी हुई कुंआरी मरियम को चुना. स्वर्गदूतों ने कहा कि सबसे ऊंचे स्थान पर परमेश्वर की महिमा हो. यीशु के जन्म के साथ ही एक एक स्वर्गिक घोषणा पूरी हुई. यीशु ने पापियों के पाप क्षमा किये. जेरिको नाम के ऐसे पापी के साथ भोजन किया, जिसे समाज में अच्छी नजर से नहीं देखा जाता था. उन्होंने लोगों को चंगाई दी. पापों से छुटकारा दिया. हमें जीवन दिया. हमारे जीवन को बदलने वाला काम यीशु ने किया है, तो जरूरी है कि इस क्रिसमस पर हम अपने जीवन को बदलने वाले यीशु को अपना लें.
छात्राओं ने पेश किये नेटिविटी प्ले
इस अवसर पर छात्राओं ने नेटिविटी प्ले (यीशु के जन्म की घटनाओं पर आधारित लघु नाटिका) पेश किया. ग्लोरिया, ग्लोरिया जैसे कई गीत पेश किये गये. कार्यक्रम में चर्च के डिप्टी मॉडरेटर बिशप मुरेल बिलुंग, बिशप जोनसन लकड़ा, बिशप जोसेफ सांगा, चर्च के महासचिव ईश्वर दत्त कंडुलना और डॉ दीपशिखा बाखला आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है