संवाददाता, पटना : साइबर शातिरों ने बख्तियारपुर स्थित तेजापुर के प्राथमिकी विद्यालय के शिक्षक प्रकाश परिमल को तीन घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर 98 हजार रुपये की ठगी कर ली है. छह शातिरों ने अकेले कमरे में बैठा कर वीडियो कॉल के जरिये शिक्षक से पूछताछ भी की. इसके बाद शिक्षक को डरा-धमका कर कहा गया कि अगर केस मैनेज करना चाहते हो, तो एक खाते में 98 हजार रुपये भेज दो. डर से शिक्षक प्रकाश परिमल ने 98 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये. घटना की जानकारी तब हुई, जब वे और पैसा मांगने लगे. इसके बाद उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी साइबर थाने में दी. शिक्षक मूल रूप से पटना के जगदेव पथ के रहने वाले है.
ट्राइ का सीनियर एडवाइजर बन की ठगी
शिक्षक ने कहा कि उन्हें अनजान नंबर से कॉल आया. कहा गया कि दो घंटे में आपका सिम बंद हो जायेगा. अधिक जानकारी के लिए एक दबाएं. एक दबाते ही ट्राइ को कॉल लग गया. इसके बाद एक शख्स कॉल उठाया और कहा कि वह ट्राइ का सीनियर एडवाइजर बोल रहा है. उसने अपना आइडी नंबर से लेकर सारी जानकारी दी. इसके बाद शातिर ने शिक्षक से आधार कार्ड मांगा. कहा कि आपके आधार कार्ड पर जुलाई में मुंबई में एक नंबर लिया गया है. उस नंबर से लोगों को डराया-धमकाया जा रहा है. केस दर्ज भी हुआ है. शातिर ने एफआइआर कॉपी भी भेज दी. यह सुन शिक्षक डर गया. शिक्षक के पिता का कुछ दिन पूर्व ही देहांत हुआ था. मुंबई आने को कहा, नहीं आने पर वीडियो कॉल पर किया स्टेटमेंट रिकॉर्ड : शातिर ने शिक्षक से कहा कि जांच में पूछताछ के लिए मुंबई आना होगा. मुंबई आने से मना किया, तो शातिर ने कहा कि वीडियो कॉल पर स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया जायेगा. इसके बाद शातिर ने कहा कि आप अकेले एक शांत कमरा जाएं. शिक्षक कमराे में चले गये. इसके बाद एक के बाद एक कर छह लोगों ने वीडियो कॉल पर पूछताछ की और कहा कि अब अगर इस मामले से बाहर निकलना चाहते हैं, तो मेरे द्वारा दिये गये खाते में 98 हजार रुपये डालो. इसके बाद शातिर ने एक फेडरल बैंक का खाता दिया. शिक्षक ने डर कर खाते में पैसा ट्रांजेक्शन कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है