छपरा.
नगर निगम की कचरा गाड़ी अब सूखा व गीला कचरा कलेक्ट करने के साथ ही घरेलू जैव चिकित्सा अपशिष्ट (बायो मेडिकल वेस्ट) के साथ घर से निकलने वाले खतरनाक अपशिष्ट का भी कलेक्शन करेगी. नगर निगम के सफाईकर्मियों को इसके लिए स्पष्ट निर्देश दिया गया है. साथ ही सभी सफाई वाहनों के पीछे इन दोनों प्रकार के अपशिष्ट को कलेक्ट करने के लिए चेंबर भी लगा दिया गया है. इस संदर्भ में स्वच्छता पदाधिकारी संजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि पहले से डोर टू डोर कलेक्शन के अंतर्गत सफाई वाहनों में गीला व सूखा कचरा रखने के लिए चैंबर बनाया गया था. वहीं अब घर से निकलने वाले जैव चिकित्सा अपशिष्ट भी डोर टू डोर कलेक्शन के द्वारा ही सफाई कर्मी वाहन में बने चेंबर में रखेंगे. स्वच्छता पदाधिकारी ने बताया कि कई घरों में बीमार लोगों का नियमित इलाज होता है. इस दौरान उन्हें इंजेक्शन व दवाई दी जाती है. साथ ही कई घरों में पशुओं के इलाज के लिए भी दवा का उपयोग होता है. जिसके रैपर पर वह डिब्बे तथा बची हुई दवा को लोग सामान्य कचरे के साथ ही फेंक देते हैं. जिससे पर्यावरण को काफी नुकसान है. खतरनाक श्रेणी के अपशिष्टों के अंतर्गत कीटनाशक पदार्थ, पुराने बैटरी, फ्लोर क्लीनर की बची हुई पैकेट व अन्य क्लीनर आदि को भी लोग सामान्य कचरा के साथी मिला देते हैं. अब इन दोनों श्रेणी के कचरे को अलग-अलग कलेक्ट कर संधारण किया जायेगा. जिससे पर्यावरण को रहे नुकसान को काफी हद तक काम किया जा सकता है.डोर टू डोर कलेक्शन की होगी मॉनीटरिंग
डिप्टी मेयर रागिनी देवी ने बताया है कि हाल ही में हुई नगर निगम बोर्ड की बैठक में कई पार्षदों ने साफ-सफाई में अनियमितता को लेकर प्रश्न उठाया था. जिसके बाद सफाई एजेंसी को भी नियमित रूप से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने को लेकर कड़े निर्देश दिये गये हैं. प्रतिदिन मॉनीटरिंग करायी जा रही है. शहर के सभी वार्डों में डोर टू रोड कलेक्शन के लिए टाइमिंग भी निर्धारित की गयी है. वहीं जिन इलाकों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन नहीं हो रहा है. वहां लोग सीधे नगर निगम के अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं.लोगों की भी हैं शिकायतें
डोर टू डोर कचरा कलेक्शन को लेकर शहर वासियों की भी कई शिकायतें हैं. शहर के तेलपा मुहल्ले के दीपक कुमार ने बताया उनका मुहल्ला वार्ड 42 के अंतर्गत है. लेकिन आज तक कभी भी उनके वार्ड में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन नहीं हुआ है और ना ही आसपास कोई डस्टबिन लगाया गया है. जहां जाकर कचरा फेंका जा सके. ऐसे में घर के अगल-बगल के खाली जमीन में कचरा फेंकना पड़ता है. शहर के मोहन नगर, नेहरू चौक, पुलिस लाइन आदि इलाकों में भी डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में अनियमितता है. लोगों का कहना है कि सिर्फ शहर के मध्य भाग में ही डोर टू डोर कलेक्शन हो रहा है. सूखा एवं गीला कचरा एकत्र करने के लिए डस्टबिन भी उपलब्ध नहीं कराया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है