प्रतिनिधि, अनगड़ा : गेतलसूद डैम में सोलर एनर्जी पावर प्लांट निर्माण के लिए मिट्टी परीक्षण और चहारदीवारी निर्माण का ग्रामीणों ने विरोध किया. प्लांट निर्माण करानेवाली कंपनी एलएनटी व सेकी की टीम के सदस्य जैसे ही स्थल पर जेसीबी व अन्य गाड़ी लेकर करने पहुंचे, ग्रामीण गोलबंद होकर नारेबाजी करते हुए निर्माण कार्य का विरोध किया. ग्रामीणों ने जेसीबी चालक को डरा-धमका कर भगा दिया. ग्रामीणों ने कहा कि गेतलसूद डैम में सोलर पावर प्लांट बनाकर एक हजार मछुआरा परिवारों को बेरोजगार करने की साजिश की जा रही है. ग्रामीण प्लांट निर्माण कार्य का विरोध करते हुए अधिकारियों की बात सुनने को तैयार नहीं थे. हालांकि निर्माण कार्य में कोई बाधा नहीं हो, इसके लिए एसडीओ सदर रांची ने मजिस्ट्रेट के रूप में बीडीओ जयपाल सोय व पुलिस बल को प्रतिनियुक्त किया था. गौरतलब हो कि डैम में सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड व झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के संयुक्त प्रयास से करीब 800 करोड़ रुपये की लागत से 100 मेगावाट फ्लोटिंग सोलर ग्रिड का निर्माण किया जाना है. निर्माण कार्य में बाधा डालनेवालों पर प्राथमिकी : ग्रामीण प्लांट निर्माण कार्य का लगातार विरोध कर रहे है. मजिस्ट्रेट सह बीडीओ जयपाल सोय के आवेदन पर थाना में मामला दर्ज किया गया है़ उन्होंने निर्माण कार्य का विरोध करनेवाले छह नामजद सहित 25-30 लोगों पर गुरुवार को सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में अनगड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. श्री सोय ने आवेदन में कहा है कि भोला महतो, कार्तिक नायक, सुजीत बैठा, सरिता देवी, सावन नायक, दुबराज महतो सहित अन्य 20-25 ग्रामीण लगातार परियोजना का विरोध कर रहे हैं. हो चुकी है उच्च स्तरीय बैठक : परियोजना को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ तीन-चार बार उच्च स्तरीय बैठक कर प्लांट से होनेवाले लाभ की जानकारी दी गयी थी. बावजूद पूर्व में भी 27 सितंबर व 27 नवंबर को भी ग्रामीणों ने निर्माण कार्य में बाधा उत्पन्न किया था. इधर भोला महतो सहित अन्य का कहना है कि डैम में सोलर एनर्जी ग्रिड बनने से स्थानीय मछुआरों का रोजगार खत्म हो जायेगा.
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