समेली. प्रखंड के मलहरिया पंचायत के मध्य विद्यालय बखरी खरकट्टा में शिक्षकों के आपसी विवाद व प्रधानाध्यापक के खिलाफ आरोपों को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा गुरुवार को फूट पड़ा. विद्यालय की अनियमितताओं पर आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. घटना उस समय और गंभीर रूप ले लिया. जब उग्र ग्रामीणों ने समझाने बुझाने को लेकर पहुंचे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामदहीन प्रसाद को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. साथ ही विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया. ग्रामीणों का आरोप था कि प्रधानाध्यापक बरूण यादव बच्चों के साथ अक्सर अभद्र व्यवहार करते हैं और मारपीट भी करते हैं. इसके अलावा मध्याह्न भोजन में भी कई अनियमितता पायी जाती है. विद्यालय की विधि-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए गये. ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि शिक्षा समिति की बैठक आयोजित नहीं की जाती और विद्यालय की गतिविधियों की जानकारी भी नहीं दी जाती है. हंगामे की सूचना मिलते ही बीइओ रामदहीन प्रसाद मौके पर पहुंचे. लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया. जैसे ही इसकी जानकारी बीडीओ सत्येंद्र सिंह को मिली तो तुरंत पोठिया थाना को सूचित कर मौके पर पहुंचे और अपनी सूझबूझ से उग्र ग्रामीणों को शांत किया. ग्रामीणों की लगातार मांग पर बीइओ रामदहीन प्रसाद ने विद्यालय परिसर में ही दिये गये आवेदन पर कार्रवाई करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी को मामले की रिपोर्ट भेजी. डीइओ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रधानाध्यापक बरूण कुमार यादव को निलंबित कर दिया और विभागीय कार्रवाई के तहत उन्हें निलंबन अवधि में प्रखंड शिक्षा मुख्यालय फलका कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया. यह मामला विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था और उनके संचालन में सुधार की आवश्यकता को उजागर करता है. प्रधानाध्यापक के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश और बीईओ तथा बीडीओ की त्वरित प्रतिक्रिया से यह साबित होता है कि किसी भी विद्यालय में अनुशासनहीनता या अनियमितता को सहन नहीं किया जायेगा.
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