कोलकाता. नमामि गंगे पहल के तहत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गंगा नदी के संरक्षण और स्वच्छता के प्रति जनजागृति लाने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक राफ्टिंग अभियान आयोजित किया. यह 53 दिनों का अभियान दो नवंबर को उत्तराखंड के गंगोत्री से शुरू हुआ और भारत के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए 24 दिसंबर को पश्चिम बंगाल के गंगासागर में संपन्न होगा. इस अभियान का विशेष उद्देश्य न केवल गंगा की स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करना था, बल्कि महिला सशक्तिकरण का उदाहरण भी पेश करना था. इस अभियान में बीएसएफ की महिला राफ्टिंग टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. 20 महिलाओं की इस टीम ने विपरीत परिस्थितियों और चुनौतीपूर्ण जलमार्गों को पार करते हुए एक मिसाल कायम की है. टीम 17 दिसंबर को बीएसएफ 118 बटालियन (टैगोर विला) पहुंची, जहां 18 तारीख को भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान उन्होंने गंगा की स्वच्छता और संरक्षण के प्रति समर्पित रहने की सामूहिक शपथ भी दिलायी. इस आयोजन में बीएसएफ फ्रंटियर साउदर्न बंगाल के आइजी, आइपीएस मनिंदर पीएस पवार सहित कई प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं.
कार्यक्रम को आकर्षक बनाने के लिए पुष्करलाल केडिया स्काउट्स एंड गाइड्स ग्रुप के 100 से अधिक बच्चों ने पिरामिड प्रदर्शन किये. पुष्करलाल केडिया ग्रुप के संरक्षक राजेश तिवारी, एसएम गणेश सिंह, आरएसएल किशन झा, गाइड कैप्टेन कुमकुम सिंह और कोमल तिवारी ने इस आयोजन में सक्रिय रूप से भाग लिया.
सामाजिक कार्यकर्ता किशन भोजक के नेतृत्व में स्काउट्स एंड गाइड्स ग्रुप के बच्चों ने अपनी सशक्त भूमिका निभाई.
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