Bihar Business Connect 2024 के दूसरे दिन 20 दिसंबर को एक लाख करोड़ से अधिक के औद्योगिक निवेश के करार किये जायेंगे. उद्योग विभाग से उच्चस्तरीय विमर्श के बाद 350 से अधिक निवेशकों ने बिहार में निवेश की इच्छा जाहिर की है. इसको लेकर संबंधित कंपनियों ने लेटर ऑफ इंटेंट दिये हैं. शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में संबंधित कंपनियां एमओयू (मैमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर करेंगी. पटना के बापू सभागार में यह मीट आयोजित हो रहा है.
ये बड़ी कंपनियां कर सकती हैं निवेश
शुक्रवार को जिन कंपनियों की तरफ से एमओयू किये जाने की बात कही जा रही है. उनमें पेट्रों केमिकल्स, एसएलएमजी बेवरेजेज, अवान बेवरेवेज, अंकुर बॉयोकैम, कैप्टन स्टील, श्री सीमेंट, बिरला सीमेंट, जेके सीमेंट, डालमिया सीमेंट, हल्दी राम, सुप्रीम पाइप और लहर फुटवियर आदि कंपनियां यहां अच्छा-खासा निवेश करने जा रहीं है.
यूनिट विस्तार के लिए भी हो सकता है करार
सूत्रों के अनुसार कई ऐसी कंपनियां हैं, जिनके एमओयू के लिए बात अंतिम दौर में चल रही है. इनमें अडानी ग्रुप भी शामिल है. यह ग्रुप बिहार में अपना निवेश बढ़ा सकता है. शुक्रवार को एमओयू करने वाली कंपनियों में वे भी शामिल हैं, जिनके प्लांट बिहार में पहले से चल रहे है. अब वह कंपनियां बिहार में अपनी यूनिट का विस्तार करना चाहती हैं. यूनिट विस्तार में अच्छा खासा निवेश करने जा रही है.
पिछले साल से दो गुना निवेश की संभावना
अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023 की तुलना में वर्तमान समिट में प्रस्तावित निवेश प्रस्तावों का आंकड़ा दो गुना से अधिक होगा. पिछले ग्लोबल मीट में करीब 50 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव आये थे. फिलहाल निवेश का आंकड़ा इससे भी कहीं अधिक हो जाने की संभावना है.
Also Read: निवेश के लिए तैयार है बिहार, पटना में जुटी 80 से ज्यादा कंपनियां
उद्योग मंत्री से मिले फॉक्सकॉन के प्रतिनिधि
ताइवान की मल्टीनेशनल कंपनी फॉक्सकॉन के प्रतिनिधि भी बिहार ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में भाग लेने आये हुए है. इस दौरान उद्योग मंत्री नीतीश मिश्र से फॉक्सकॉन के प्रतिनिधि भरत दांडी, जैस्मीन वियांग और विनाया मूर्ति ने अलग से मुलाकात की. हालांकि बातचीत का ब्योरा हासिल नहीं हो सका है. लेकिन इस कंपनी के प्रतिनिधि यहां बड़े निवेश की संभावना तलाश रहे हैं.
इन्वेस्टर्स मीट में आज
मुख्यमंत्री, मंत्रियों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ पूर्ण सत्र होगा. इसमें बिजनेस टू गवर्नमेंट (बीटूजी) होगी. इन बैठक में संभावित शीर्ष निवेशक राज्य के प्रतिनिधियों से सीधे बातचीत करेंगे, इस दौरान निवेश के अवसरों का पता लगाया जाता है. इच्छुक निवेशकों को नालंदा, राजगीर और बोधगया का भ्रमण भी कराया जायेगा.
Also Read: बिहार के ग्रामीण खिलाड़ियों को बड़ी सौगात, CM Nitish ने 6 हजार से अधिक गांवों को दिया खेल मैदान