कुचायकोट. गोपालपुर थाने के बड़हरा गांव में पुलिस की कार्रवाई से गांव में सन्नाटा पसर गया है. शुक्रवार को भी गांव में लोग नहीं दिखे. घर में महिलाएं थीं, जो दहशत में थीं. वहीं, पुलिस वीडियो फुटेज के आधार पर 76 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के बाद 22 लोगों को जेल भेज चुकी है, जबकि अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. बड़हरा गांव की रहनेवाली चांदनी कुमारी, शोभा देवी, सरिता देवी, गीता देवी का आरोप है कि पुलिस ने गांव के निर्दोष लोगों को पथराव किये जाने का आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज की. उसके बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. छापेमारी के दौरान घर का दरवाजा तोड़कर महिलाओं के साथ मारपीट किये जाने का भी आरोप लगाया है.
सीओ और पुलिस पदाधिकारियों ने की बैठक
बड़हरा गांव में जमीन विवाद को सुलझाने के दौरान पुलिस पर पथराव हुआ. इसके बाद पुलिस ने बचाव में लाठीचार्ज किया. पुलिस ने इस मामले में 76 लोगों पर केस दर्ज किया और 22 लोगों को गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया. वहीं, इस घटना के बाद ग्रामीणों के बीच गुरुवार की देर शाम गाेपालपुर थाने में बैठक हुई. सीओ और जनप्रतिनिधियों के बीच बैठक कर अधिकारियों ने विवाद को सुलझाने और शांति-समिति की बैठक में दोनों पक्ष को आपस में सौहार्द बनाये रखने की अपील की.
पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद आयी नरमी
पुलिस पर ग्रामीणों ने उत्पीड़न का आरोप लगाया. इंसाफ के लिए कोर्ट पहुंचे. घटना सुर्खियों में आने के बाद पुलिस की ओर से नरमी बरती जा रही. पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही अब अरेस्टिंग की जायेगी. पुलिस से भयभीत होकर घर छोड़ने की जरूरत नहीं है.
वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने कहा कि बड़हरा गांव में पुलिस पर पथराव किया गया, जिसमें वीडियो फुटेज के आधार पर अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गयी है. पुलिस पर लगे महिलाओं की पिटाई के आरोप को गलत बताया. उन्होंने कहा कि गांव में स्थिति सामान्य है और सीओ की अध्यक्षता में शांति-समिति का बैठक कर दोनों पक्ष के विवाद को सुलझाया जा रहा है.
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