चक्रधरपुर.सेक्रेड हार्ट इंग्लिश स्कूल में शुक्रवार को वार्षिकोत्सव समारोह धूमधाम के साथ मनाया गया. मुख्य अतिथि चक्रधरपुर के बीइइओ संजीव कुमार सिंह, विशिष्ट अतिथि डॉ सुश्री नंदनी आदि शामिल थीं.बीइइओ ने कहा कि उन शिक्षकों की अमिट पहचान बनती है, जो ड्यूटी नहीं सेवा देते हैं. बच्चे कच्ची मिट्टी के समान होते हैं, शिक्षक अपनी क्षमता के अनुसार उन्हें अलग-अलग सांचे में ढाल देते हैं. इतिहास गवाह है कि जिन शिक्षकों ने लीक से अलग हटकर काम किया है, उसकी पहचान बनी है. वह विद्यार्थियों और अभिभावकों के सबसे पसंदीदा होते हैं. इंसान की पहचान उसके काम से ही बनती है.
विद्यार्थियों ने अपने हुनर का जलवा बिखेरा
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अपने हुनर का जलवा बिखेरा. रंगारंग कार्यक्रम से बच्चों ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया. सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम में बच्चों ने आरंभिक नृत्य, वेलकम नृत्य, स्कूल नहीं जाना नृत्य, प्रेरित एक्ट, आपके आ जाने से, मैस्प नृत्य, मेरा जूता है जापानी नृत्य, भांगड़ा, बॉलीवुड नृत्य, मैन एक्ट, सेनोरिटा नृत्य, रक्त चरित्र नृत्य, हैप्पी हैप्पी क्रिसमस गीत, क्रिसमस नृत्य ठंडी हवा चली हाय आदि प्रस्तुत किये.इस बीच अकादमी पुरस्कारों से विद्यार्थियों को नवाजा गया, जो उनकी वर्ष भर की मेहनत, लगन और आत्मविश्वास का फल था. मौके पर डॉ जीके समद, डॉ सेलिन सोशन, शिवानी बोस, आयुष कुमार, दूत शकील अहमद आदि मौजूद थे.
अभिभावक अपने बच्चों के हुनर को पहचानें : अंजलिना
स्कूल की प्रधानाध्यापिका श्रीमती अंजलिना फर्नान्डो ने कहा कि विद्यार्थियों को शिक्षा ग्रहण के अलावे सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शामिल होना चाहिए, जो कि आज की परिवर्तनशील समय की मांग है. अभिभावकों को भी अपने बच्चों के हुनर को पहचानना चाहिए और उनको उनके अनुरूप ढालने का प्रयास करना चाहिए. जिससे बच्चों में बौद्धिक, शारीरिक और मानसिक विकास हो और वे एक समय अपने जिम्मेदारियों को बखूबी समझें, जीवन में सफलता हासिल करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है