Dhanbad News:53वीं अखिल भारतीय खदान बचाव प्रतियोगिता 2024 का समापन समारोह शुक्रवार बीसीसीएल के नेहरू कॉम्प्लेक्स, कोयला नगर में हुआ. पांच दिवसीय प्रतियोगिता में देशभर की प्रमुख कोयला, धातु और गैर-कोयला कंपनियों की कुल 32 टीमें शामिल हुई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) के महानिदेशक उज्ज्वल ताहा थे, जबकि अध्यक्षता बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता ने की. अंतर्राष्ट्रीय खदान बचाव निकाय (आइएमआरबी) के सचिव-कोषाध्यक्ष एलेक्स ग्रिस्का कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल हुए. अपने संबोधन में मुख्य अतिथि सह डीजीएमएस के डीजी उज्ज्वल ताहा ने कहां कि यह प्रतियोगिता खदान बचाव के क्षेत्र में हमारे सुरक्षा मानकों को मजबूत करती है.
स्मारिका का किया गया विमोचन
कार्यक्रम के मुख्य निर्णायक डीजीएमएस के डीएमआरएस श्याम मिश्रा ने प्रतियोगिता की रूपरेखा और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. विशिष्ट अतिथि एलेक्स ग्रिस्का ने कहां कि यह प्रतियोगिता न केवल तकनीकी दक्षता को प्रोत्साहित करती है, बल्कि बचाव कार्य में टीम भावना और आत्मविश्वास को भी बढ़ावा देती है. इससे पूर्व राष्ट्रीय गान व कोल इंडिया कॉर्पोरेट गीत बजाया गया. साथ ही कार्यक्रम की स्मारिका का विमोचन किया गया. डब्ल्यूसीएल व एचजेडएल टीमों द्वारा रस्सी बचाव का प्रदर्शन और कुछ अन्य टीमों द्वारा रिले रेस का प्रदर्शन किया गया. स्वागत भाषण बीसीसीएल के जीएम सेफ्टी अरुण कुमार ने दिया. मौके पर बीसीसीएल के निदेशक व डीजीएमएस के अधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.
प्रतियोगिता से खदानों की सुरक्षा व बचाव कार्य में कुशलता को बढ़ावा मिलती है : सीएमडी
बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता ने कहां कि बीसीसीएल के लिए यह गर्व का विषय है कि हमने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी की. यह प्रतियोगिता खदान सुरक्षा और बचाव कार्य में कुशलता को बढ़ावा देती है और हमारे कर्मचारियों के आत्मविश्वास को मजबूत करती है. सभी विजेता और प्रतिभागी बधाई के पात्र है.
कोयला श्रेणी में बीसीसीएल-बी टीम रही टॉप पर
53 वीं अखिल भारतीय खदान बचाव प्रतियोगिता 2024 के समापन्न समारोह में कोयला, धातु, गैर-कोयला और महिला श्रेणियों आदि में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली टीमों को पुरस्कार प्रदान किया गया. कोयला श्रेणी में बीसीसीएल-बी टीम प्रथम प्राप्त कर टॉप पर रही. जबकि एससीसीएल-बी द्वितीय व बीसीसीएल-ए टीम तृतीय स्थान पर रही. जबकि धातु श्रेणी में एचजेड़एल-ए की टीम प्रथम, एचसीएल द्वितीय व यूसीआइएल-बी की टीम तृतीय स्थान पर रही. वहीं महिला श्रेणी में डब्ल्यूसीएल-सी टीम प्रथम, एचजेड़एल-बी द्वितीय व एमसीएल-सी की टीम तृतीय स्थान पर रही. समारोह के अंत में बीसीसीएल ने प्रतियोगिता का ध्वज डीजीएमएस की उपस्थिति में एमओआइएल को सौंप दिया. जो अगले वर्ष 54 वीं अखिल भारतीय खदान बचाव प्रतियोगिता का आयोजन करेगा.
इन्हें मिला विशेष सम्मान
-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करने के लिए एचजेड़एल व डब्ल्यूसीएल की टीम का सम्मान.
– 25 वर्षों तक बचाव कार्य में योगदान देने वाले व्यक्तियों का सम्मान.– महिला टीमों की उपलब्धियों को मान्यता.
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