Dhanbad News: दुर्गा मंदिर हीरापुर में शुक्रवार को अजीत राय स्मारक समिति ने कोयलांचल के साहित्यकार व लेखक अजीत राय की तृतीय पुण्यतिथि मनायी. समिति के अध्यक्ष प्रो डॉ दीपक कुमार सेन की अध्यक्षता में समारोह आयोजित की गयी. स्व. राय के चित्र पर उपस्थित साहित्यकारों, लेखकों, कवियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि दी. इस दौरान प्रोफेसर डॉ दीपक कुमार सेन ने कहा कि अजीत राय बांग्ला एवं हिंदी के प्रखर लेखक थे. उन्होंने 40 पुस्तकें लिखी. उसमें सबसे ज्यादा हिंदी व बांग्ला की पुस्तके हैं. उनके झारखंड व धनबाद का इतिहास, दोनों पुस्तकें शोधपरक तथ्यों के साथ है. भारत ज्ञान विज्ञान समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ काशीनाथ चटर्जी ने कहा कि अजीत राय का असमय चले जाना कोयलांचल के लिए बड़ी क्षति है. उनके उपन्यास कोयलांचल के गरीबों व शोषितों पर आधारित है. उन्होंने पूर्व सांसद एके राय पर भी उपन्यास लिखा. प्रो वरुण सरकार ने उन्हें महान लेखक बताया. हेमंत जायसवाल ने उन्हें क्रांतिकारी लेखक बताया. कवि कनकन गुप्ता ने उन्हें बांग्ला का प्रख्यात लेखक बताया. समारोह को कल्याण कुमार घोषाल, अंजन चक्रवर्ती, रवि सिंह, भोला नाथ राम, तपन राय, विकास कुमार ठाकुर, जयदीप बनर्जी, स्वप्न माजी, शिशिर राय चौधरी, जगबंधु आचार्य ने भी संबोधित किया. संचालन बर्नाली गुप्ता ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में मधेश्वर नाथ भगत, बाबला सेनगुप्ता, विश्वजीत गुप्ता, लेखिका सुदेशना राणा, चिरणमय मित्र, अजीत राय के बड़े भाई माणिक राय मित्रा का योगदान रहा.
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