मोहनिया सदर. प्रखंड के पंचायत मुख्यालय भरखर में सीएम के प्रस्तावित प्रगति यात्रा को लेकर जहां साफ-सफाई से लेकर विकास कार्यों को अंतिम रूप देने में सभी विभागों के अधिकारी ठंड के मौसम में भी दिन-रात पसीना बहा रहे हैं. वहीं, सीएम के संभावित कार्यक्रम स्थल पंचायत सरकार भवन की बगल में अवस्थित उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय भरखर में पढ़ने वाले 329 छात्र-छात्राओं, उनके अभिभावकों व शिक्षक शिक्षिकाओं को विद्यालय के प्रवेश द्वार के ठीक बगल में लगा ट्रांसफाॅर्मर व ऊपर से गुजरा हाइवोल्टेज तार भयभीत कर रहा है, जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. किसी अनहोनी का डर सभी को सता रहा है. इसे लेकर उक्त विद्यालय के बच्चों ने डीएम अंकल से गुहार लगाते हुए उनको इस भय से मुक्त करने की गुहार पत्र के माध्यम से लगायी है. अपने पठन-पाठन को लेकर विद्यालय आने वाले छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को कभी भी किसी अनहोनी का डर सता रहा है. जबकि, ऐसा नहीं है कि इस मामले को लेकर विद्यालय के शिक्षक विभाग के वरीय पदाधिकारियों को अवगत नहीं कराते हैं, बल्कि सच्चाई तो यह है कि लिखित देने के बाद भी विभागीय पदाधिकारियों की कानों पर जूं तक नही रेंग रहा है, क्या प्रशासन किसी अनहोनी की राह देख रहा है? # अधिकारियों के खिलाफ सीएम से करेंगे शिकायत जिस तरह विद्यालय प्रशासन विद्यालय परिसर में लगे ट्रांसफाॅर्मर की चपेट में आने से बच्चों को बचाने के लिए बिजली विभाग व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ट्रांसफॉर्मर हटवाने को लेकर कई बार आवेदन देकर गुहार लगाता रहा और किसी ने शिक्षकों की बात पर अमल करना पसंद नहीं किया, इससे नाराज छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों ने मन बना लिया है कि यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी प्रगति यात्रा पर भरखर आते हैं, तो सभी उनसे मिलकर अपने असुरक्षित जीवन की व्यथा जरूर सुनायेंगे और विद्यालय में लगे ट्रांसफाॅर्मर से होने वाली अप्रिय घटना व अपने बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ सीएम से शिकायत करेंगे. यहां विद्यालय में अध्ययनरत नौंवीं से 12वीं तक के 151 छात्र व 178 छात्राओं के साथ प्रधानाध्यापक, चार शिक्षक व पांच शिक्षिकाएं अपने आपको हाइवोल्टेज तार व ट्रांसफाॅर्मर से असुरक्षित मान रहे हैं. #शिक्षक व बच्चों के माता-पिता भी रहते भयभति विद्यालय के प्रवेश द्वार के ठीक बगल में ही ट्रांसफाॅर्मर लगाया गया है. ट्रांसफाॅर्मर को संचालित करने के लिए 11 हजार धारा प्रवाहित हाइवोल्टेज तार भी गुजरा हुआ है, जहां ट्रांसफाॅर्मर के आसपास घने पेड़ पौधे लगे हुए हैं और इसी ट्रांसफऍर्मर की बगल लाइन में खड़े होकर सभी छात्र-छात्राएं व शिक्षक, शिक्षिकाएं प्रार्थना में हिस्सा लेते हैं. बच्चे भले ही प्रार्थना कर ईश्वर का ध्यान करते हैं, लेकिन उनका ध्यान बगल में आवाज करते ट्रांसफाॅर्मर की तरफ भी रहता है, जिससे रह रह कर निकल रही चिंगारियों से बच्चे सहम जाते हैं. साथ ही उनको व शिक्षकों को भी किसी अप्रिय घटना का भय हमेशा सताते रहता है. वहीं, बच्चों के प्रति अपनी जवाबदेही को लेकर जितना शिक्षक घबराते हैं, उससे कहीं अधिक बच्चों के माता-पिता भी ट्रांसफाॅर्मर व हाइवोल्टेज धारा प्रवाहित विद्युत तार को लेकर डरते रहते हैं. जबकि, गेहूं के पटवन व पुआल काटने को लेकर ग्रामीण इसी ट्रांसफाॅर्मर से टोका भी फंसाते है, ऐसे समय में ट्रांसफाॅर्मर व हाइवोल्टेज तार के फाल्ट करने का खतरा अधिक बढ़ जाता है. # क्या कहते हैं छात्र- छात्राएं – 11वीं के छात्र अजहर महफूज ने कहा कि हम लोगों में विद्यालय के प्रवेश द्वार की बगल लगे ट्रांसफाॅर्मर से हमेशा डर बना रहता है. कभी भी फाल्ट होने पर कोई भी स्टूडेंट इसकी चपेट में आ सकता है. यदि डीएम अंकल ट्रांसफाॅर्मर को विद्यालय परिसर से कहीं दूर लगवा देते तो हम सभी सुरक्षित महसूस करते. – नौवीं की छात्रा शिवानी कुमारी ने कहा कि गुरुजी ने आवेदन भी दिया था, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. बिजली रहने पर ट्रांसफाॅर्मर हमेशा आवाज करता है, कभी कभी चिंगारी भी निकलता है. इससे उसकी बगल से आने-जाने में बहुत डर लगता है. विद्यालय में चारदीवारी भी नहीं है, जिससे हम लोग और भी असुरक्षित महसूस करते हैं. – 11वीं की छात्रा सिमरन खातून कहती है कि ट्रांसफाॅर्मर की बगल में खड़े होकर हम लोग प्रतिदिन प्रेयर करते हैं, डर लगता है कहीं बिजली का तार टूट कर हमारे ऊपर न गिर जाये. यदि डीएम अंकल ट्रांसफाॅर्मर को विद्यालय प्रांगण से बाहर कहीं अन्य स्थान पर लगवा देते तो हम लोगों का जीवन सुरक्षित हो जायेगा. – 11वीं की छात्रा अराध्या अंजली ने कहा कि धारा प्रवाहित हाइवोल्टेज तार व ट्रांसफाॅर्मर विद्यालय के प्रवेश द्वार की बगल में ही लगा हुआ है, यहीं हम लोग प्रार्थना करते है, हरे पेड़ पौधे भी हैं. बरसात के दिनों में करेंट आने का खतरा अधिक बढ़ जाता है. डर बहुत लगता है, लेकिन हम लोग क्या करें. यदि सीएम अंकल भरखर आयेंगे तो हम सभी छात्र-छात्राएं उनसे ट्रांसफाॅर्मर हटवाने की प्रार्थना अवश्य करेंगे. – नौवीं के छात्र प्रिंसिपल कुमार ने कहा कि विद्यालय की घेराबंदी नहीं होने व विद्यालय के प्रांगण में ट्रांसफाॅर्मर के लगे होने से खतरा अधिक रहता है. बरसात के दिनों में ट्रांसफाॅर्मर पर आकाशीय बिजली गिरने व कभी भी तार टूट कर गिरने का डर सताते रहता है. # बोले वरीय शिक्षक विद्यालय के वरीय शिक्षक शिवानंद कुमार ने कहा कि विद्यालय के प्रवेश द्वार की बगल में लगा ट्रांसफाॅर्मर काफी खतरनाक है. उसी स्थान पर हमारे बच्चे प्रार्थना करते हैं, कब फाल्ट आ जाने से धारा प्रवाहित तार टूट कर गिर जायेगा और बच्चे या शिक्षक इसकी चपेट में आ जायें, कहना मुश्किल है. # बोले प्रधानाचार्य इस संबंध में पूछे जाने पर प्रधानाचार्य सच्चिदानंद सिंह ने कहा कि विद्यालय परिसर में लगा ट्रांसफाॅर्मर कभी भी अप्रिय घटना का कारण बन सकता है. पूर्व में बिजली विभाग व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ट्रांसफाॅर्मर हटवाने के लिए आवेदन दिया गया है. लेकिन, किसी ने इस गंभीर विषय पर विचार नहीं किया. गेहूं की सिंचाई व पुआल काटने के लिए ग्रामीण इसी ट्रांसफॉर्मर से टोका फंसाते हैं, विद्यालय में चहारदीवारी भी नहीं है जिससे बहुत दिक्कत होती है.
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