छपरा. सारण के लगभग 50 फ़ीसदी माध्यमिक और प्लस टू स्कूलों में स्मार्ट क्लास के तहत पठन-पाठन नहीं हो रहा है. ऐसे में बच्चों की परेशानी बढ़ गई है. सबसे अधिक वे बच्चे परेशान है जिनकी मैट्रिक और इंटर की परीक्षा सर पर है. विभाग हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने के बावजूद बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं दिलवा पा रहा है. इसका मात्र एक ही कारण है नियमित मॉनीटरिंग का नहीं होना. जिसके कारण बच्चों की ऑडियो विजुअल पढ़ाई नहीं हो पा रही है.
स्मार्ट क्लास संचालन नहीं होने के कई कारण
सारण में 356 हाइ और प्लस टू स्कूल है. एक जानकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय के 10 फीसदी स्कूलों को छोड़कर बाकी सभी जगह पर स्मार्ट क्लास का संचालन होता है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में स्मार्ट क्लास के संचालन में लापरवाही बरती जा रही है. स्मार्ट क्लास का संचालन बाधित होने के कई कारण बताये जा रहे हैं. कई स्कूलों में उपकरण चोरी हो गये हैं. तो नया उपकरण अभी तक नहीं मिला है. कुछ स्कूलों में स्मार्ट क्लास के लिये लगाये गये स्मार्ट टीवी के हार्डवेयर में खराबी की बात कही जा रही है तो कई स्कूलों में ई कंटेंट की कमी से भी पढ़ाई बाधित है. खासकर ग्रामीण इलाकों में बिजली की आंखमिछौनी की समस्या से समय पर स्मार्ट क्लास का संचालन नहीं हो पाता है.
बिजली आने पर चलायी जाती है स्मार्ट क्लास
नाम नहीं छापने के शर्त पर कई स्कूलों के हेड मास्टरों ने बताया कि सुविधा नहीं होने की वजह से स्मार्ट क्लास रूम बंद पड़ा है. एक स्कूल के प्रधानाध्यापक ने बताया कि मई माह में विद्यालय में चोरी हो गई थी. चोर स्कूल का इंवर्टर और बैटरी ले गये थे. बिजली की समस्या के कारण स्कूल में स्मार्ट कक्षा नहीं चलाई जा रही हैं. इस बारे में अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है और चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई जा चुकी है. ऑडियो की लीड खराब, नहीं चल रही कक्षा : कुछ स्कूलों के हेड मास्टर ने बताया कि ऑडियो और वीडियो की लीड खराब हो गई है ऑडियो की लीड ठीक कराने के लिये भेजी गई है. लीड आने पर स्मार्ट क्लास शुरू कराई जायेगी. किसी-किसी स्कूल में इंटरनेट का डाटा खत्म होने से क्लास बंद हो गयी है. हेड मास्टरों ने बताया कि तीन दिन पहले इंटरनेट का डाटा खत्म होने के कारण स्कूल में स्मार्ट क्लास नहीं चलायी जा रही है. इंटरनेट का डाटा कार्ड रिचार्ज कराने के बाद स्मार्ट क्लास शुरू कराई जायेगी. एक हेड मास्टर ने बताया कि बताया कि चोर टीवी और इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंस चोरी कर ले गये है. जिसके चलते छात्र-छात्राओं को स्मार्ट क्लास के तहत पढ़ाई नहीं कराई जा रही है. इस बारे में अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है.ऐसी शिकायतें अभी नहीं मिली है
ऐसी शिकायतें अभी नहीं मिली है. लेकिन यदि है तो इसकी जांच सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से करायी जायेगी. जिस स्तर से भी लापरवाही होगी करवाई होगी.
अजीत कुमार, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, माध्यमिक, सारणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है