छपरा. शहर से गुजरने वाले विभिन्न मार्ग में कई जगहों पर टूटे स्लैब व बिना ढ़क्कन वाले मैनहोल के कारण आये दिन दुर्घटना हो रही है. पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए तो यह जानलेवा भी है. खासकर स्कूल कॉलेजों के आसपास व मुख्य बाजारों में नालों के स्लैब टूटे होने से परेशानी हो रही है. शहरी क्षेत्र में फुटपाथ किनारे बने नालों के अधिकतर स्लैब भी टूटे हुए हैं. वहीं कई इलाकों में बड़े-बड़े नाले खुले हुए है. शहर के प्रमुख चौक चौराहों से होकर गुजरने वाले राहगीरों के टूटे हुए नालों में गिरने का डर बना हुआ है. वहीं कई बार वाहनों के चक्के भी इसमें फंस जाते हैं. जिससे वाहन चालकों को काफी समस्या होती है.
भीड़भाड़ वाले इलाकों में बना हुआ है खतरा
शहर के गांधी चौक, नेहरू चौक, डाक बंगला चौराहा, एसडीओ आवास के सामने, ज्योति सिनेमा के गली में, जेपीएम कॉलेज के सामने, काशी बाजार चौक, सलेमपुर चौक, मौना रोड ,सरकारी बाजार, भगवान बाजार, नारायण चौक, गांधी चौक आदि ऐसे कई प्रमुख स्थान है जहां पर नालों के स्लैब टूटे हुए हैं. यह नाले सड़क के बीच से ही होकर गुजर रहे हैं. यदि इसमें कोई गिर जाये तो उसे काफी चोट आ सकती है. बावजूद इसके इन टूटे हुए स्लैब के मेंटेनेंस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
तीखे मोड़ पर बने नाले भी हैं स्लैब विहीन : शहर में ऐसे कई तीखे मोड़ हैं जहां से खनुआ नाला या अन्य छोटे नाले गुजरते हैं. राजेन्द्र सरोवर से गोपेश्वर नगर की तरफ जाने वाली सड़क के पास तीखा मोड़ हैं जहां लगभग आठ फीट का नाला खुला हुआ है. कई बार वाहन चालक इस नाले में गिरते-गिरते बचे हैं. मौना चौक व खनुआ चौक पर भी नालों की स्थिति कुछ ऐसी ही है.स्लैब लगाया जा रहा है
शहर में जितने भी नाले खुले हुए हैं. इस समय उन सभी पर स्लैब लगाने का काम किया जा रहा है. जिन इलाकों में मैनहोल खुले हैं. उसे ढकने का निर्देश दिया गया है.
सुनील कुमार पांडे, नगर आयुक्त, छपरा नगर निगमडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है