पूर्णिया/ हरदा. पार्वती मंडल उच्च माध्यमिक विद्यालय हरदा में शनिवार को किसानों से संवाद कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि पूर्णिया के मखाना को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने का लक्ष्य है. अब जल्द ही पूर्णिया से एयरपोर्ट से उड़ान की सुविधा उपलब्ध होगी. कार्गो कंपलेक्स बनाया जा रहा है जहां से किसान अपने उत्पाद को विदेशों में भेज सकेंगे. पैकेजिंग प्रोसेसिंग के साथ पूर्णिया ब्रांड होनेवाला है.डीएम ने कहा कि वर्तमान में मखाना देश-विदेश में भेजने के लिए पोस्ट ऑफिस से कम लागत पर पार्सल के माध्यम से भेज कर मुनाफा कमा रहे हैं. इसके लिए पूर्णिया जिले में व्यवस्था की गयी है. जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि बिहार में भारत का 90 प्रतिशत मखाना का उत्पादन किया जाता है. पूर्णिया मखाना उत्पादन का हब बन रहा है . जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि इस संवाद का मुख्य उद्देश्य मखाना उत्पादन में संघर्ष को कम करना नये युवा वर्ग को इसके प्रति प्रोत्साहित करना और नए युवा वर्ग को कृषि उद्यमी की ओर बढ़ावा देना है. जिला उद्यान कार्यालय कृषि विभाग पूर्णिया द्वारा मखाना विकास योजना अंतर्गत मखाना की खेती विषय पर किसानों से संवाद कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त चंद्रिमा अत्री, अनुमंडल पदाधिकारी सदर पार्थ गुप्ता, कार्यपालक अभियंता विद्युत पूर्णिया पूर्व एवं पश्चिम धीरज कुमार सिन्हा व बलबीर कुमार वागीश, उद्यान पदाधिकारी राहुल कुमार,पौधा संरक्षण सहायक जयकिशन कुमार, कृषि सहायक अभियंत्रण संजय कुमार,प्रखंड उद्यान पदाधिकारी अमरदीप राय, पीआरएस संजीव कुमार,संतोष कुमार,हरदा सरपंच प्रतिनिधि शंकर प्रसाद साह,पैक्स अध्यक्ष शंकर मेहता,मुखिया प्रतिनिधि मनीष भारती, रंजन कुमार,संजीव मेहता, सिकंदर यादव,अवधेश कुमार,उदय झा, डा सुभाष जायसवाल,दयानंद मेहता,बिन्दु प्रसाद सिंह आदि उपस्थित थे.
3500 किसान 9500 एकड़ में लगा रहे मखाना
जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा पूर्णिया जिले के मखाना किसानों का सर्वे कराया गया. इसमें पाया गया कि पूरे जिले में लगभग 3500 किसानों द्वारा 9500 एकड़ में मखाना की खेती की जा रही है.
मखाना किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी
जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि इस योजना के तहत मखाना की खेती करने वाले किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है. इसके साथ साथ मखाना किसानों की लागत कम करने के लिए विभिन्न तकनीकी इंटरवेंशन भी किए जा रहे हैं जिससे किसान अब कम खर्च पर मखाना की खेती कर अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकेंगे.
एग्री फीडर से लागत में आयेगी कमी
जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि तकनीकी इंटरवेंशन का बड़ा उदाहरण मखाना किसानों को एग्री फीडर से जोड़ना है. एग्री फीडर से जोड़ने से किसानों की लागत में कमी आ जाएगी. अबतक 646 मखाना कृषकों को बिजली कनेक्शन दिया जा चुका है. आज 57 किसानों का बिजली कनेक्शन हेतु आवेदन लिया गया.
ड्रोन से छिड़काव की सुविधा
जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि मखाना खेतों में ड्रोन से छिड़काव करने पर मात्र सात मिनट में एक एकड़ खेत में दवाओं, कीटनाशकों या नैनो यूरिया का छिड़काव किया जा सकेगा. इससे किसानों के इस लगत में भी अप्रत्याशित रूप से कमी आयेगी.
स्टार्टअप पूर्णिया के तहत मखाना प्रसंस्करण
जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि स्टार्टअप पूर्णिया के तहत बियाडा में प्लग एंड प्ले के अंतर्गत मखाना प्रसंस्करण के लिए 55000 स्क्वायर फीट जगह प्रदान की गई है. इससे पूरे देश विदेश में मखाना के प्रोडक्ट भेजा जायेगा. साथ ही पीएमईजीपी योजना एवं अन्य उद्यमी योजना मखाना प्रोसेसिंग के लिए लाभ दिया जायेगा.
मखाना से लावा निकालने की मशीन मिलेगी
मखाना से लावा तैयार करने के लिए जल्द किसानों को आधुनिक मशीन मिलेगी. जिले में युवाओं को अच्छी खेती के लिए ट्रेनिंग दी जा रही हैं, साथ खेती हेतु युवाओं को लोन दिया जा रहा है.
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