कुणाल घोष ने बंगाल में आतंकियों के घुसने को लेकर केंद्र सरकार व बीएसएफ पर साधा निशाना
कोलकाता. पश्चिम बंगाल व असम स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के संयुक्त अभियान में बांग्लादेश समेत विभिन्न देशों में जेएमबी समर्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन अंसारूल्ला बांग्ला टीम (एबीटी) के दो सदस्यों की मुर्शिदाबाद से गिरफ्तारी के बाद अब दक्षिण 24 परगना के कैनिंग से पाकिस्तानी आतंकी संगठन के एक सदस्य की गिरफ्तारी हुई है. राज्य से आतंकियों की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा नेताओं ने तृणमूल सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार व प्रशासन की उदासीनता के कारण ही बंगाल आतंकियों का जैसे ‘सेफ कॉरिडोर’ बन गया है. भाजपा के कटाक्ष पर तृणमूल नेताओं ने भी पलटवार किया है. उन्होंने बंगाल में आतंकियों के घुसपैठ व प्रवेश पर केंद्रीय सरकार व सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पर निशाना साधा है. उपरोक्त मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने पत्रकारों से कहा कि पश्चिम बंगाल से आतंकियों की गिरफ्तारी पर भाजपा के नेतागण जो बयानबाजी कर रहे हैं, उसका कोई आधार ही नहीं है. अंतरराष्ट्रीय सीमा से आतंकियों की घुसपैठ की घटनाएं गंभीर हैं.
सीमा की सुरक्षा व निगरानी का दायित्व केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीनस्थ बीएसएफ करती है. ऐसे में यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सीमा पार से घुसपैठ की घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगायी जाये. राज्य पुलिस तो अच्छा काम कर रही है. उन्होंने आंतकियों को गिरफ्तार किया है. ऐसे में राज्य सरकार व प्रशासन की आलोचना करने का कोई मतलब नहीं है.
सीमा पर घुसपैठ रोके बीएसएफ : फिरहाद
इधर, राज्य के शहरी विकास मंत्री व कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने इस मामले को लेकर मीडियाकर्मियों के समक्ष कहा कि बंगाल में किसी प्रकार की आतंकी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. राज्य पुलिस की तत्परता के कारण आतंकियों की गिरफ्तारी हो पायी है. केंद्रीय सरकार व बीएसएफ को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की घटनाओं को रोका जाये. यदि ऐसा संभव नहीं हो रहा है, तो यह उनकी विफलता है.
बीएसएफ की आलोचना पर अधीर ने जताया विरोध
उक्त मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल नेताओं द्वारा बीएसएफ पर निशाना साधने का समर्थन नहीं किया. उन्होंने कहा कि बीएसएफ देश की सरहदों की मुस्तैदी के साथ निगरानी कर रही है. सीमावर्ती इलाकों में पुलिस व प्रशासन की सजगता भी जरूरी है. केवल बीएसएफ की आलोचना किया जाना सही नहीं है. उन्हांेने कहा कि देश की सुरक्षा करने का दायित्व सभी का है. देश की सुरक्षा के मामले पर राजनीति का समर्थन नहीं किया जा सकता.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है