रांची. झारखंड में नेशनल मिशन ऑन स्ट्रैटेजिक नॉलेज फॉर क्लाइमेट चेंज से 25,000 हजार लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. इस लक्ष्य को आगामी पांच साल में पूरा किया जायेगा. इसका उद्देश्य लोगों को झारखंड में पर्यावरण में हो रहे बदलाव की जानकारी देना है. उनको बताया जायेगा कि कैसे झारखंड का 69 प्रतिशत इलाका मरुस्थल में तब्दील होने के कगार पर है. यही वजह है कि पानी की किल्लत राज्य में देखी जा रही है. पानी को रोकने का उपाय करना होगा. वन विभाग के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (कैम्पा) रवि रंजन ने बताया कि लोगों को इसके लिए जागरूक किया जा रहा है. इसमें असर संस्था का सहयोग लिया जा रहा है. बोकारो से लोगों को जागरूक करने की शुरुआत की गयी है. इससे वन रक्षा समिति व पंचायत प्रतिनिधियों को जोड़ा जा रहा है.
खुले में कचरा नहीं फेंकने की अपील
रांची. चुटिया मंडा मैदान में रविवार को रांची सिटीजन फोरम की बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता अध्यक्ष दीपेश निराला ने की. बैठक के बाद फोरम के सदस्यों ने चुटिया में पदयात्रा कर लोगों से खुले में कचरा नहीं फेंकने की अपील की. लोगों को समझाया गया कि खुले में कचरा फेंकने से बीमारियों के साथ दुर्गंध और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. खुले में फेंके गये कचरे को खाने के चक्कर में गाय पॉलिथीन भी खा जाती है. इसलिए निगम के कूड़ा वाहन को ही कूड़ा दें. इस पर स्थानीय लोगों ने फोरम के पदाधिकारियों को बताया कि निगम का कूड़ा उठाने वाला ट्रैक्टर और ठेला नियमित रूप से नहीं आता है. कभी कभार कूड़ा वाहन आता भी है , तो आधा अधूरा कूड़ा उठाकर चल जाता है. इस पर फोरम के पदाधिकारियों ने कहा कि वह इस दिशा में प्रशासक से बहुत जल्द पत्राचार करेंगे.
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